योग कमेंटरी | I’m a Brahmin Soul | मैं ब्राह्मण आत्मा हूँ
मैं ब्राह्मण हूँ… ब्रह्मा मुख वंशावली ब्राह्मण… सर्वोत्तम ब्राह्मण कुल भूषण
मैं भगवान की पालना में पलने वाली… सारे कल्प में सबसे पद्मपडम भाग्यशाली आत्मा हूँ… देवता बनने वाली हूँ
भगवान ने मुझे सम्पूर्ण सत्य ज्ञान दे दिया है… त्रिकालदर्शी, त्रिनेत्री, त्रिलोकिनाथ बना दिया है
मैं ब्रह्ममुहुर्त में उठ, ब्रह्मलोक की सैर करने वाली आत्मा हूँ… ब्रह्मा-ज्ञान (मुरली) सुनने और सुनाने वाली… ब्रह्मा भोजन खाने वाली आत्मा हूं
में ब्रह्मा-चारी आत्मा हूँ… ब्रह्मा बाप के हर कदम पर कदम रखने वाली…
बाबा की मददगार आत्मा हूँ, विश्व कल्याणकारी हूँ… बाबा के ज्ञान यज्ञ को संभालने वाली सच्ची ब्राह्मण आत्मा हूँ… यज्ञ स्नेही, यज्ञ सहयोगी, यज्ञ रक्षक हूँ
बाबा सदा मेरे साथ है… मैं बाबा की, बाबा मेरा… ओम् शान्ति!