Remaining in God’s divine company with a true heart! | Sakar Murli Churnings 12-02-2020

Remaining in God’s divine company with a true heart! | Sakar Murli Churnings 12-02-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि हमें इस संगम पर सच्चा-सच्चा सत-ऑलमाइटी का संग मिला है (जिससे पावन-सतोप्रधान गोल्डन-ऐजेड बलवान-देवता बनते, स्वर्ग के)… तो सदा सच्चे-दिल से उठते-बैठते-चलते-फिरते अपने को ऑल-राउंडर आत्मा-स्टूडेंट समझ बाबा की यादों-स्मृतियों-संग से रह खुशी-चढ़ती कला का अनुभव कर… बाबा के मददगार बन सबको रास्ता दिखाते, ऊँच पद पाएं

चिन्तन

जबकि सच्चे-दिल पर साहेब राज़ी रहते… तो सदा बाबा के संग, कमजोरियों से परे रह, सूक्ष्म गलतियों को भी बाबा को बताकर हल्के रह… सदा ज्ञान-योग-सेवा सम्पन ईश्वरीय-दिनचर्या में बिजी रह, हर पल उन्नति का अनुभव करते,.. पुराने-पन में पर सर्व प्राप्ति सम्पन्न बनते-बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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The spiritual nature cure! | Sakar Murli Churnings 11-02-2020

The spiritual nature cure! | Sakar Murli Churnings 11-02-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि भगवान् आए हैं हमे पावन-पूज्य-गुणवान देवता बनाकर सतयुगी-वर्सा देने… तो सदा स्वयं को निराकार-अविनाशी आत्मा समझ देही-अभिमानी बन, अपने समर्थ पतित-पावन बाबा की आशिक-माशुक समान कर्म में भी याद करते पावन-खुश-कर्मातीत बन ऊँच पद पाए (जो कल्प-कल्प की श्रेष्ठ नूँध बन जाएंगी)… बाबा के मददगार बन सबको रास्ता दिखाते रहे (सेंटर खोल सके तो बहुत अच्छा)

चिन्तन

जबकि बाबा हमारी आधाकल्प की बीमारी को बहुत सहज नैचुरल-अलौकिक रीति ठीक कर रहे (राजयोग द्वारा)… तो सदा अपने संकल्प-स्वभाव को भी सिम्पल रख, सदा ज्ञान-चिन्तन वा योग के विभिन्न-अभ्यासों द्वारा दिव्यता-शान्ति प्रेम-आनंद से सम्पन्न बनते-बनाते… श्रेष्ठ उदाहरण द्वारा सबको आप-समान बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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The biggest good news! | Sakar Murli Churnings 10-02-2020

The biggest good news! | Sakar Murli Churnings 10-02-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि हेविनली-गॉड-फादर आए है स्वर्ग-सुखधाम का वर्सा देने, तो सबको खुशी-प्रेम से यह खुशखबरी सुनानी है (प्रदर्शनी-बैज द्वारा, शौक से, निर्बन्धन हो)… इसके लिए पहले खुद धारणा-मूर्त लायक-गुणवान-सदा खुश बनना… जिसका आधार है याद द्वारा पावन बनना (जिसका भी आधार है ज्ञान-रत्नों की पढ़ाई, श्रीमत)

चिन्तन

जबकि यही समय है सबसे बड़ी खुशखबरी (भगवान् के सिखाए राजयोग) की अनुभूति करना… तो सदा इसका पूरा लाभ उठाते (ज्ञान-चिन्तन के आधार पर), सदा परमात्म-प्यार में डूबे पुरानी स्मृतियों से परे रह… अपनी दिव्यगुण-सम्पन्न चलन द्वारा सबको की आप-समान श्रेष्ठ बनाए, स्वर्णिम सतयुगी-दुनिया की खुशखबरी लाते चले… ओम् शान्ति!


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Creating an illustrious fortune! | Sakar Murli Churnings 08-02-2020

Creating an illustrious fortune! | Sakar Murli Churnings 08-02-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि हमें आत्मा-परमात्मा का सत्य-परिचय मिल गया है (जिसके ही अभ्यास से सतोप्रधान हीरे-तुल्य सतयुगी-राजा बनते).. तो अब सिर्फ हमें (कार्य करती भी) निराकार-रूहानी पतित-पावन बाबा की याद में रहना है (चार्ट रखकर, अपने को सूक्ष्म-अविनाशी-सितारा आत्मा समझकर देही-अभिमानी बन)… ऐसी पक्के-महावीर बन, सबका श्रेष्ठ कल्याण करते, स्वयं-सर्व की सर्वश्रेष्ठ-तकदीर बना ले

चिन्तन

जबकि कल्प-कल्प की श्रेष्ठ-तकदीर बनाने का यही समय है… तो सदा बुद्धि से स्वयं को तन-मन-धन से बाबा पर समर्पित समझ, हर कदम श्रीमत-फोलो फादर द्वारा श्रेष्ठ-दिव्य-उपराम स्थिति का अनुभव करते-कराते, सबको आप-समान सर्वश्रेष्ठ बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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The beautiful traveller! | हसीन मुसाफिर | Sakar Murli Churnings 07-02-2020

The beautiful traveller! | हसीन मुसाफिर | Sakar Murli Churnings 07-02-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि गोल्डन-ऐजड राज्य लिए स्वयं परमात्मा-truth हमें राजयोग सिखाते (थोड़े समय लिए)… तो पुरानी दुनिया की बातों को न देख, सदा अपने को अविनाशी-पार्टधारी आत्मा समझ देही-अभिमानी बन, हमारे सुप्रीम बाप-टीचर-सतगुरू रूप-बसंत बाबा की स्मृति में रह… सतोप्रधान-गुणवान-सुखदाई बन, सभी आत्मा-भाइयों की सेवा करते रहे

चिन्तन

जबकि दुनिया की सबसे सुन्दर (सत्यम-शिवम-सुन्दरम) आत्मा से हमारा रोज़ मिलन होता.. तो सदा उसके प्यार में जहां को कुर्बान कर, सदा उसकी अति-सुन्दर छबी को निहारते, सर्व ज्ञान-गुण-शक्तियों से सम्पन्न बन… सदा शान्ति-प्रेम-आनंद से भरपूर हो, अपने श्रेष्ठ चेहरे-चलन-धारणा द्वारा सबकी सर्वश्रेष्ठ सेवा करते, सतयुग बनाते चले.. ओम् शान्ति! 


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Soul-realization, to become full of divine manners! | Sakar Murli Churnings 06-02-2020

Soul-realization, to become full of divine manners! | Sakar Murli Churnings 06-02-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि स्वयं वृक्षपति पतित-पावन सुख-कर्ता बाबा, हमे सम्पूर्ण पवित्र-सतोप्रधान-सुख का सतयुगी-वर्सा देने आए है… तो soul-realization (कैसे भृकुटी-बीच मैं छोटी सी बिन्दी-सितारा आत्मा हूँ) वा चलते-फिरते अव्यभिचारी-याद द्वारा पावन-खुश बन, सर्वगण-सम्पन्न दैवी-मैनर्स का अनुभव करते… सबको समझाकर-रास्ता दिखाते-कल्याण करने वाले ज्ञानी तू आत्मा बने

चिन्तन

जबकि बाबा ने हमें सारे आध्यात्मिकता का सार सुना दिया है, कि आत्म-अभिमानी स्थिति ही सर्व-दिव्यगुण धारण करने का सहज आधार है… तो सदा योग-बीच बीच में बहुत अच्छे से स्वयं को आत्मा realize कर, कार्य करते भी अपनी हल्कि शान्ति-प्रेम-आनंद सम्पन्न स्थिति का अनुभव करते-कराते… सबके लिए श्रेष्ठ-उदाहरण बनते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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The increasing earnings! | Sakar Murli Churnings 05-02-2020

The increasing earnings! | Sakar Murli Churnings 05-02-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि सम्पूर्ण सुख-सम्पत्ति का वर्सा-विष्णुपूरी हमारे सामने है (ऊँच ते ऊँच भगवान्-रचता इसी लिए हमें पढ़ाने आए है)… तो sensible बन इसी पावन-सतोप्रधान बनने की अविनाशी-कमाई में लग जाए, ऐसा एक बाबा को याद कर देही-अभिमानी अशरीरी-कर्मातीत बन जाए (देह-भूत में बुद्धि न भटके)… सेवा-आप समान बनाने का शौक हो (प्रदर्शनी, आदि में) … तब ही ऊँच पद बनेगा

चिन्तन

जबकि संस्कार-कर्म ही आत्मा के साथ जाते (और इन्हें दिव्य-श्रेष्ठ बनाना बाबा ने हमें सिखा दिया है)… तो सदा इस सर्वोत्तम ज्ञान-योग सम्पन्न ईश्वरीय-दिनचर्या में अपने को set कर, अपनी सूक्ष्म-चेकिंग द्वारा छोटे-व्यर्थ विघ्नों से परे रह… अपनी श्रेष्ठ दिव्यता-शान्ति-प्रेम-आनंद सम्पन्न स्थिति-चेहरे-चलन द्वारा सबका कल्याण कर आप-समान बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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The fire of remembrance! | Sakar Murli Churnings 31-01-2020

The fire of remembrance! | Sakar Murli Churnings 31-01-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

एक रूहानी-अविनाशी पतित-पावन शिवबाबा की योग-अग्नि से, विकर्म-विनाश पावन-सतोप्रधान हो पुण्य-आत्मा बनते (सुखधाम-अमरलोक के मालिक, हेल्थ-वेल्थ-हैप्पीनेस सम्पन्न)… जबकि यह सर्वश्रेष्ठ-ज्ञान बाबा ने हमे दिया है, तो पुरानी दुनिया को भूल बाबा को सच्चे-लव से याद कर, पवित्र धारणा-मूर्त बन… अपने सर्व खजाने को सफल करे (तो ऊँच-पद बनेंगा)

चिन्तन

सदा याद को अग्नि-रूप बनाने लिए… अपनी ज्ञान के अध्ययन-चिन्तन वा योग-अभ्यास को एसा श्रेष्ठ-तीव्र बनाए, कि… सेकण्ड में अशरीरी हो, बाबा के बिल्कुल समीप उनके सर्व ज्ञान-गुण-शक्तियों से भरपूर बन… सदा सर्व-प्राप्ति-सम्पन्न स्थिति का अनुभव करते-कराते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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Talking in soul-consciousness! | Sakar Murli Churnings 30-01-2020

Talking in soul-consciousness! | Sakar Murli Churnings 30-01-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

हम मीठे-रूहानी बच्चे जानते है, कैसे राजयोग (आत्मा समझ पतित-पावन सर्वशक्तिमान की याद) द्वारा पावन-सतोप्रधान बन नई दुनिया-स्वर्ग का मालिक बनते… तो सदा खुशी-मौज में रहना है (और सबको यह खुराक की खातिरी करनी है)… रूहानी-सेवा करनी है (महावीर बन, सबको आत्मा देखना)

चिन्तन

जबकि आत्मिक-दृष्टि से सम्पर्क में आने से हम भी व्यर्थ-मुक्त रहते, औरों की भी अच्छी सेवा होती… तो सदा ज्ञान-चिन्तन द्वारा स्वयं को आँखों द्वारा देखने वाले, कानों द्वारा सुनने बाली, शरीर द्वारा कर्म करने वालो आत्मा realize कर… औरों को भी इसी दृष्टि से देखते, निराकार-बाबा से सर्व-शक्तियों लेते सर्व को देते, सर्व-प्राप्ति-सम्पन्न बनते-बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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Being a royal flower! | Sakar Murli Churnings 01-02-2020

Being a royal flower! | Sakar Murli Churnings 01-02-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. जबकि इस संगम-परिवार में… स्वयं निराकार-ऊँच रचता सद्गति दाता बाप और दादा… हम मीठे-बच्चों को… प्यार से पढ़ाकर, वर्सा-सद्गति कर स्वर्ग में ले जाते (और समय थोड़ा है)

2. तो ड्रामा के पॉइंट से ममत्व को हल्का कर… सदा बुद्धि बाबा की ओर उपर बड़े प्यार से रख, रॉयल-फ्लावर नशे-सम्पन्न बन

3. प्रदर्शनी आदि में खूब सेवा कर (बड़ों को invite कर), तन-मन-धन सफल करतेे-कराते… ऊँच-पद कर्मातीत बन, लक्ष्मी-नारायण समान बन जाए

चिन्तन

जबकि हम सर्वश्रेष्ठ-ऊँच-रॉयल बापदादा के रॉयल-बच्चे है… तो सदा अशरीरी हो बाबा की करन्ट से सम्पन्न बन, सदा सतोप्रधान-खुशी-नशे से भरपूर… अपनी रॉयल-देवताई-सुखदाई चलन द्वारा सबको सम्पन्न कर कल्याण करते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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