Charging our battery! | Sakar Murli Churnings 27-08-2019

Charging our battery! | Sakar Murli Churnings 27-08-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. अब भक्ति की रात पूरी हुई, यह अन्तिम जन्म है (हमें पूरा ज्ञान है)… तो अब इस भगवान् की पाठशाला में राजयोग का अभ्यास करना है, अर्थात:

  • अपने को आत्मा समझ (आत्मा में ही सब संस्कार होते… जो भ्रकुटी के बीच बैठ, शरीर द्बारा पार्ट बजाती, 84 जन्मों का… अब ऊपर जाना है)
  • बाबा को याद करना है (जिससे पाप कट हो, पवित्र बन, अन्त मति सो गति, शान्तिधाम-घर जाते)

2. यही थोड़ा समय है बैटरी चार्ज-सतोप्रधान बन, श्रेष्ठ धर्म-कर्म बालें देवता (लक्ष्मी-नारायण समान) बनने का, नई दुनिया-सुखधाम में… दिव्यगुण-सम्पन्न, खुश, साक्षी रहना है

चिन्तन

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि यही समय है बैटरी चार्ज करने का, तो सदा अपने को शक्ति समझ सर्वशक्तिमान से बुद्धि की तार जोड़े रखे… तो सदा बाबा की शक्तिशाली शान्ति-प्रेम-आनंद से भरपूर करन्ट महसूस करते, सर्व प्राप्ति-खजानों से सम्पन्न बन, सब को आप-समान सम्पन्न बनाने की सेवा करते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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The injection of spiritual knowledge! | Sakar Murli Churnings 26-08-2019

The injection of spiritual knowledge! | Sakar Murli Churnings 26-08-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. हम सभी एक भगवान् के भक्त थे, अब भगवान् हमें पढ़ाकर ज्ञानी बना रहे… ज्ञान (रोशनी) की मुख्य पॉइंट्स देते:

  • हम आत्मा-सितारा, भ्रकुटी के बीच विराजमान, शरीर द्बारा बेहद पार्ट बजाने वाले एक्टर्स है… सभी आत्माए भाई-भाई है
  • भगवान् सुख का सागर हमारा बेहद का बाप है… जो बेहद सुख का वर्सा देते, स्वर्ग का मालिक बनाते… हमें सम्पूर्ण तृप्ति दिलाते
  • आत्मा तमोप्रधान बनी है, अब फिर सतोप्रधान बनना है… अपने को आत्मा समझ बाबा को याद करके
  • यह ड्रामा है, जिसमें 5 युगों का चक्र फिरता रहता… इस धरती पर

2. जीनको ज्ञान injection लगा हुआ है, वह औरों की सेवा अवश्य करता… सदा बाप-वर्से को याद कर खुशी में रहना है, सब को खुशियां बांटना है

चिन्तन

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि बाबा ने हमें ज्ञान का injection दिया है, तो सदा आध्यात्मिक स्वास्थ्य का अनुभव करते रहे… अर्थात सदा योगयुक्त, सदा शान्ति-प्रेम-आनंद-खुशी से भरपूर रह… सबको खुशियां बांटते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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The grain of world sovereignty! | Sakar Murli Churnings 24-08-2019

The grain of world sovereignty! | Sakar Murli Churnings 24-08-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. भगवान् हमारा बाप (नई दुनिया-स्वर्ग का वर्सा देते), टीचर (शिक्षा देते, ब्रह्मा तन द्बारा), सतगुरु (पावन बनाए, सद्गति करते) है, उसे ही याद करना है (और कोई नहीं)… जिसके लिए बुराइयों-माया से परे रहना है… संगम पर ऎसे श्रेष्ठ पढ़ाई-पुरुषार्थ कर, ऊंच पद जरूर प्राप्त करना है

2. जो मित्र-सम्बन्धि आए, सबकी सेवा करनी है, सेवा से ही पद्मापद्म-पति बनते… शिव के चित्र-बैज पर भी बहुत अच्छा समझा सकते (वह हमारा बाप-टीचर-सतगुरू है, नई दुनिया स्थापन करते, उसे याद कर पावन बनना है)… गंगा जी पर (कैसे बाबा पतित-पावन है)… आदि

चिन्तन

जबकि बाबा हमें विश्व की बादशाही का दाना देते… तो सदा उनके ज्ञान रत्नों से भरपूर, योगयुक्त, सर्व प्राप्ति सम्पन्न, धारणा-मूर्त बन… सबको बहुत प्यार से अविनाशी ज्ञान-गुण-शक्तियों से भरपूर-सम्पन्न कराते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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The Supreme company! | Sakar Murli Churnings 23-08-2019

The Supreme company! | Sakar Murli Churnings 23-08-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. अपवित्रता-दुःख सब समाप्त हुआ, अब संगम पर (बुद्धि से) और सबकुछ भूल सिर्फ अपने पतित-पावन विदेही बाप को याद करने से पाप नाश हो, हम पुण्य-आत्मा अहिंसक दिव्यगुण-सम्पन्न देवता लक्ष्मी-नारायण समान बनते… नई सुख की दुनिया-सुखधाम में

2. ऎसी कमाल सिर्फ जादूगर बाबा कर सकते… तो हमें भी विजयी रत्न बन, बाबा से अविनाशी ज्ञान रत्नों का व्यापार कर, पण्डा बनना है

चिन्तन

तो चलिए आज सारा दिन… सदा अपनी मन-बुद्धि से सिर्फ एक बाबा और उसको मुरली के संग में रह, सदा हल्की-अलौकिक-योगयुक्त स्थिति का अनुभव करते… सबको आप समान शान्ति-प्रेम-आनंद से भरपूर करते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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Being children of the Supreme Teacher! | Sakar Murli Churnings 22-08-2019

Being children of the Supreme Teacher! | Sakar Murli Churnings 22-08-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. रावण राज्य में उतरते बहुत रोगी-दुःखी हो गए हैं… अब संगम पर निराकार बाप-टीचर-सुखदाता बाबा, ब्रह्मा तन द्बारा राजयोग का ज्ञान पढ़ाकर, हमें फिर से दिव्यगुण-सम्पन्न (निर्विकारी-विकर्माजीत) देवता बनाते, नई सुख की दुनिया-स्वर्ग मे

2. तो हमें भी (ज्ञान-योग द्बारा) उत्तम पुरुष जरूर बनना है… टीचर-सतगुरु के बच्चे होते, हमें भी टीचर बन सबको पढ़ाते रहना है… माया से डरना नहीं है 

चिन्तन 

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि हम स्वयं सुप्रीम टीचर के बच्चें है, तो सदा स्वयं का टीचर बन सदा अपने ज्ञान-योग के पुरुषार्थ को तीव्र कर… सर्वश्रेष्ठ धारणा-मूर्त बन जाए, तो स्वतः हमारे चेहरे-चलन से सबकी सेवा होते, हम सभी साथ में सतयुग स्थापन कर लेंगे… ओम् शान्ति! 

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Inaugurating the new world! | Sakar Murli Churnings 21-08-2019

Inaugurating the new world! | Sakar Murli Churnings 21-08-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. मधुबन (वा ईश्वरीय विश्व विद्यालय) में भगवान् पुराने ब्रह्मा तन द्बारा मुरली सुनाते (वा राजयोग सिखाते)… जिससे नई-सतोप्रधान-सुख की दुनिया स्थापन होतो (बाबा ने उद्घाटन तो कर दिया है, अब सिर्फ branches खुल रहे)

2. तो हमें सिर्फ… अपने को आत्मा समझ पवित्र बनना है, और पुराने पापों के बोझ को पतित-पावन बाप की याद द्बारा भस्म करना है… तो सम्पूर्ण पावन-सुखी बन जाएँगे

3. खूब सेवा करनी है, अनेकों को आप-समान योग्य बनाना है, सब से दिल की दुआएं मिलेंगी… हड्डी सेवा भी करनी है, पूरा फूल बनना है

4. हम शूद्र से ब्रह्मा मुख-वंशावली ब्राह्मण बनें है, देवता बनने… तो ब्रह्मा (वा सेंटर) से पूरा कनेक्शन रखना है, बाबा ब्रह्मा तन द्बारा ही हमें पढ़ाते-शिक्षा देते

चिन्तन

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि बाबा ने नई दुनिया का उद्धतन कर दिया है, तो हम भी अपने श्रेष्ठ परिवर्तन का उद्घाटन करें… अर्थात सदा ज्ञान-योग के पक्के फाउंडेशन द्बारा सर्वश्रेष्ठ सदा-खुश योगयुक्त स्थिति में स्थित रह, सर्व प्राप्ति सम्पन्न बनते-बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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Surrendering to Baba! | Sakar Murli Churnings 20-08-2019

Surrendering to Baba! | Sakar Murli Churnings 20-08-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. अब पुराने माण्डवे को छोड़ घर जाना है, जिसके लिए पवित्र बनना है (माया के पोंप के बीच), फिर नई दुनिया-सुखधाम में पहुंच जाएंगेे (देवता बन) 21 जन्मों के लिए… फिर चक्र रिपीट होगा… यह सारे ड्रामा का ज्ञान सिर्फ हमारे पास है

2. तो श्रीमत पर चल श्रेष्ठ जरूर बनना है:

  • ज्ञान (राजयोग-सृष्टि चक्र-त्रिलोक के अविनाशी ज्ञान रत्न… जिससे चक्रवर्ती राजा बनते)
  • योग (जिसपर ही सारा मदार है, विकर्म विनाश, सतोप्रधान-कर्मातीत बनते… बाकी सबकुछ भूलना हैं)
  • धारणा (फूल बनना है… क्रोध-मुक्त, शान्त-चित्त)
  • सेवा (मेले आदि… सबकुछ सफल करना है)

द्बारा

चिन्तन

तो चलिए आज सारा दिन… दुःखों से मुक्त होने, वा सर्वश्रेष्ठ पद से प्राप्त करने, सदा अपने को बुद्धि से श्रीमत पर समर्पित कर… हर पल ज्ञान-योग-धारणा-सेवा द्बारा अविनाशी कमाई-प्राप्तियों से भरपूर-सम्पन्न बनते-बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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The power of Purity! | Sakar Murli Churnings 19-08-2019

The power of Purity! | Sakar Murli Churnings 19-08-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. एवर-pure भगवान् एक ही बार (हमारे बुलावे पर, धर्म ग्लानि के समय) मनुष्य-तन में आकर ज्ञान-राजयोग सिखाकर हमें पवित्र (civil-eye) बनाए पवित्र-नई दुनिया सुखधाम-विश्व का मालिक (गोरा-देवता) बनाते, आधाकल्प के लिए… फिर चक्र फिरेगा, ड्रामा accurate है…

2. इसलिए हमें याद द्बारा पावन-शान्त बनते-बनाते, सर्वगुण सम्पन्न बनना है 

चिन्तन

जबकि हमें स्मृति आई है, हमारा आदि-अनादि संस्कार ही दिव्य-पवित्र-सुख-शान्ति सम्पन्न है, तो सदा अपनी दिनचर्या-जीवन को पवित्र-योगयुक्त बनाकर सदा सन्तुष्ट-प्रसन्न-सर्व प्राप्तियों से भरपूर बनते-बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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Remaining full of spiritual intoxication! | Sakar Murli Churnings 17-08-2019

Remaining full of spiritual intoxication! | Sakar Murli Churnings 17-08-2019

सार

हमें नशा होना चाहिए, संगम पर (अलौकिक बाप ब्रह्मा द्बारा) स्वयं सुख-कर्ता मोस्ट Beloved बाप हमें ज्ञान-योग पढ़ाते, स्वर्ग-अमरलोक-विश्व का मालिक देवता बनाने... माया (5 विकारों से मुक्त) होने, सबकुछ भूल मामेकम् याद करना है, तब ही ऊंच पद बनेंगा… फिर चक्र फिरता रहेगा (चित्रों में सबकुछ समझाया है)… धारणा कर सबकी ईश्वरीय सेवा करनी है

चिन्तन

तो चलिए आज सारा दिन… सदा अपने सर्वश्रेष्ठ भाग्य को स्मृति में रख, ईश्वरीय नशे से सम्पन्न रहे… जिससे हम सहज उमंग-उत्साह से भरपूर रहेंगे, बुराईयों से वैराग्य हो श्रेष्ठ तरफ तीव्र दौड़ी लगाते, सर्व प्राप्ति सम्पन्न बनते-बनाते, सतयुग बनाते रहेंगे… ओम् शान्ति!


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Becoming beautiful! | Sakar Murli Churnings 16-08-2019

Becoming beautiful! | Sakar Murli Churnings 16-08-2019

सार

1. हम स्वीट होम से नीचे आए थे, बहुत सुख भोग अब दुःखी हुए है… अब हमारा मीठा-मीठा बाप-टीचर-सतगुरू मिला है, जो सारा ज्ञान सुनाए, साथ ले जाते, फिर स्वर्ग-सुखधाम भेज देते (जहां निरोगी, बड़ी आयु, नैचुरल ब्यूटी, सुन्दर, सम्पूर्ण सुखी रहते)… फिर तो ड्रामा का चक्र फिरता रहेगा

2. तो हमे भी घर-गृहस्थ में रहते, सबकुछ बुद्धि से भूल, अपने को आत्मा समझ पतित-पावन बाबा को याद करना है (तो विकर्म-विनाश हो पावन बन जाएँगे, भल माया के तूफान आए)… स्वदर्शन-चक्रधारी बन, खुशबूदार फूल बनना है (निर्माण)… सबकी सेवा करनी है (बैज से भी बाबा का परिचय दे सकते)

चिन्तन

जबकि सबसे सुन्दर मुसाफिर बाबा आया है हमें भी आप समान सुन्दर-गोरा बनाने… तो सदा उसके सर्वश्रेष्ठ ज्ञान को अपनी बुद्धि में समाते, हर रोज योग में नित-नए अनुभवों से भरपूर, सर्व प्राप्ति सम्पन्न बनते… अपने जीवन को दिव्यगुणों से श्रृंगारकर, सबका कल्याण करतेे, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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