Sakar Murli Churnings 28-02-2019

Sakar Murli Churnings 28-02-2019

ड्रामा अनुसार बाबा आए हमें हंस अर्थात लक्ष्मी-नारायण दैवी संप्रदाय फूल बनाने, ऎसा हंस कोंटों में कोई विरला ही बनते हैं… तो श्रीमत अनुसार और सब विचारों को छोड़ बाबा की याद में लग जाना है, तो अंदर का कीचड़ा समाप्त हो, हम हीरे-समान ऊंच पद पा लेंगे… औरों को भी श्रेष्ठ बनाते रहेंगे

सार

तो चलिए आज सारा दिन… ड्रामा की समझ को स्मृति में रख, व्यर्थ को छोड़ बाबा की याद में लगे रहें… तो इस श्रेष्ठ स्थिति के vibrations से स्वतः विघ्न समाप्त होते रहेंगे, हम दिन प्रतिदिन उन्नति को पाते रहेंगे, अपना औरों और सारे विश्व का भाग्य सतयुगी बना देंगे… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 26-02-2019

Sakar Murli Churnings 26-02-2019

बाबा आए हैं हमें आप समान निराकारी बनाने, इसलिए अपने को आत्मा समझ इस पुराने शरीर पुरानी जुत्ती से ममत्व मिटाना है, हमें तो वापिस घर जाना है… औरों को भी आत्मा देख उनसे मोह निकालना है, अच्छाई बुराई से परे रहें, ताकि सदा हम उनको देेते रह सके… एवर-pure बाबा को बहुत प्यार से याद करे वारी जाएँ, जिस प्रभु को आधा-कल्प से याद करते आएं हैं, तो कट से मुक्त पावन बन जाएँगे

सार

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि हमें अपना सत्य परिचय मिल गया है, तो उसी में स्थित रह सदा शान्ति, प्रेम, खुशी का अनुभव करते रहे… औरों को भी यह अनुभव बांटते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!

Remembering our illustrious past & present | हमारा श्रेष्ठ आदि-काल | Sakar Murli Churnings 25-02-2019

Remembering our illustrious past & present | हमारा श्रेष्ठ आदि-काल | Sakar Murli Churnings 25-02-2019

1. हमारे सुप्रीम बाप टीचर सतगुरु बाबा नें बताया है, कैसे हम अपने सूर्यवंशी राजधानी रामराज्य में सुख-शान्ति से सम्पन्न थे, अब फिर बनना है

2. इसके लिए सिर्फ़ श्रीमत अनुसार आत्म-अभीमानी बनने का पुरूषार्थ करना है, जिससे:

  • सहज बाबा की याद रहेंगी (और पाप कटेंगे)
  • दिव्यगुण धारण होंगे (बहुत मीठे सुखदाई बनेंगे और क्रिमिनल eye, क्रोध, दुःख देना आदि सब छूट जाएंगा)

3. सब को खुशखबरी / रास्ता बताने का श्रेष्ठ कर्म जरूर करना है, कैसे हम सतोप्रधान सुखी थे, अब फिर बाबा हमें ऎसा बनाने आएं हैं

सार

तो चलिए आज सारा दिन… अपने श्रेष्ठ आदिकाल और भविष्य को स्मृति में रख बहुत-बहुत खुशी में रहे… बाबा की छत्रछाया और गोदी में रहे, जिससे पुरूषार्थ-सेवा सब सहज हो जाएंगा, और हम बहुत ही जल्द सतयुग को लाने के निमित्त बन जाएंगे… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 22-02-2019

Sakar Murli Churnings 22-02-2019

बाबा ने हमें सारे सृष्टि चक्र का ज्ञान दे दिया है, मुख्य बात अभी हम संगमयुग पर है, बाबा बागवान आए हैं हमें कांटों से फूल पुरुषोत्तम बनाने… तो योग पर पूरा ध्यान देना है, नष्टोमोहा बन सेवा में gallop करना है, अनेकों का कल्याण अर्थात सच्ची कमाई करनी और करानी हैै (बैज पर समझाना, गंगा स्नान पर, मन्दिरों में जाना आदि)…

सार

तो चलिए आज सारा दिन… इसी स्मृति में रहे “मैं रूहे गुलाब हूँ”, और ज्ञान के जल और योग की धूप से सम्पन्न बन गुणों की खुशबु फैलाते रहें… सर्व को आप समान बनाते, सतयुग बनाते रहे… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 21-02-2019

Sakar Murli Churnings 21-02-2019

देह भान से उत्पन होते हैं विकार जो दुःख देते हैं, और आत्म-अभीमानी बनने से स्वतः दिव्यगुण जागृत हो हम सुखदाई बनते… इसलिए आम-अभीमानी बनने लिए:

  1. अशरीरी-पन का अभ्यास (पार्ट पूरा होते ही शरीर रूपी वस्त्र से न्यारा होना)
  2. आत्मिक दृष्टि का अभ्यास (आत्मा भाई से बात करे), और
  3. बाबा को बहुत प्यार से याद करते रहे

यही पुरूषार्थ है विश्व के मालिक बनने का… ऎसे ज्ञानी योगी बच्चों की कशिश होगी, वह सभी को आप समान बनाते रहेंगे

सार

तो चलिए आज सारा दिन… सिर्फ एक आत्म-अभीमानी बनने का पाठ पक्का कर, सभी कमज़ोरी से मुक्त दिव्यगुण सम्पन्न खुशियों से भरपूर बन जाएँ… औरों को भी यह शुध्द vibrations द्वारा खुशी बांटते रहे, खुशियों की दुनिया सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 20-02-2019

Sakar Murli Churnings 20-02-2019

सतगुरू बाबा आए हैं, हमें वापिस घर ले चल, नई सुख-शान्ति की राजधानी में ले चलने… इसलिए पावन जरूर बनना है, और दैवीगुण धारण करने है, बहुत मीठा प्यारा बनना है, खुशी में रहना है… इस wonderful ड्रामा को साक्षी हो देख, अपने पुरूषार्थ को तीव्र गति में ले जाना है… हम शिव शक्ति सेना है, बाबा नें हमें ज्ञान का कलश दिया है, तो सबको ज्ञान अमृत जरूर पिलाना है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… कल्प बाद मिले हुए प्यार के सागर बाबा को याद कर, उनकी शक्तियों से सम्पन्न बन बहुत खुशी में रहे… और सब को भी ऎसे श्रेष्ठ बनाते रहे, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 19-02-2019

Sakar Murli Churnings 19-02-2019

जिसे भक्ति में इतना याद करते थे, उस परमात्मा ने आकर हमें सम्पूर्ण ज्ञान दे दिया है, कैसे हम सतोप्रधान पावन पूज्य थेे, अब फिर बनना है… तो ऎसे बाबा की ‘the best’ पढ़ाई में पूरा लग जाना चाहिए, पास होने के लिए श्रीमत पर जरूर चलना है… अपने को आत्मा समझ बाबा के संग रहना है, तो कट उतर जाएंगी, बहुत खुशी में रहेंगे और हम सर्वगुण सम्पन्न देवता बन जाएँगे… औरों को भी बनाते रहेंगे

सार

तो चलिए आज सारा दिन… बाबा के संग में रह, उसके ज्ञान गुण शक्तियों के रंग में रंगे रहें… औरों को भी रंगते रहे, साथ मिलकर सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 18-02-2019

Sakar Murli Churnings 18-02-2019

इस संगमयुग पर ही हमें सत्य ज्ञान मिलता है परमात्मा द्वारा, तो अपने को आत्मा समझ स्वदर्शन चक्रधारी बनना है… घर गृहस्थ में रहते, सभी जिम्मेवारीयां निभाते, सिर्फ बाप और घर को याद करने की मेहनत करनी है, मायाजीत बनना है… तो बहुत खुशी में रहेंगे, लाइट हाउस बन सबकी सेवा करते रहेंगे

सार

तो चलिए आज सारा दिन… स्वदर्शन चक्रधारी बन बाबा को बहुत प्यार से याद करते रहे, तो हमारी स्थिति बहुत खुशनुमा श्रेष्ठ रहेगी… औरों को भी श्रेष्ठ स्थिति बनाने का रास्ता देते रहेंगे, और हम सभी साथ मिलकर सतयुग बना लेंगे… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 13-02-2019

Sakar Murli Churnings 13-02-2019

सर्वश्रेष्ठ महिमा-योग्य बाप हमें कितना ऊंच मनुष्य से देवता, परिज़ादा बनाते हैं… तो ऎसे प्यारे बाप की शिक्षाओं (अल्फ और बे) पर पूरा चलना है, अर्थात अपने को आत्मा समझ ज्ञान वा सुख के सागर बाबा को याद करना है, जिसे और सहज बनाने ज्ञान-योग का चिन्तन करते रहना है, जिससे बहुत खुशी में रहेंगे

सार

तो चलिए आज सारा दिन… ज्ञान की मस्ती में रह हर पल रूहानी मौज का अनुभव करते रहे, सबको खुशियां बांटते रहे, खुशियों की दुनिया सतयुग बनाते रहें… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 12-02-2019

Sakar Murli Churnings 12-02-2019

कर्मों के नियम अनुसार, हमें खुद मेहनत कर कर्मातीत स्थिति पानी है… ड्रामा अनुसार बाबा हमें जो ज्ञान वा श्रीमत देते, वही सबसे बड़ी मदद है… तो स्वदर्शन चक्रधारी बन टीचर (बाबा) और नॉलेज को याद करना है, कर्मीन्द्रीयों से कोई भी विकर्म नहीं करना है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… याद की ज़रा सी मेहनत कर फिर से सतोप्रधान दिव्य-संस्कार सम्पन्न बन जाएँ… साथ में औरों को भी श्रेष्ठ बनाते रहे, जिससे सहज ही सतयुग आ जाएंगा… ओम् शान्ति!