Sakar Murli Churnings 29-01-2019

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Sakar Murli Churnings 29-01-2019

ड्रामा अनुसार टावर ऑफ नॉलेज (बाबा) आए हैं, हमे टावर ऑफ दुःख से निकाल टावर ऑफ silence (शान्तिधाम) और टावर ऑफ सुख (स्वर्ग) में ले चलने… तो अपने को सुधारना है, परिवर्तन करना है, लक्ष्मी-नारायण समान गुणवान बनना हैविचार सागर मंथन कर बुद्धि को रिफ्रेश करना है, सर्वशक्तिमान से योग बनाए रख अपनी बैट्री चार्ज करनी है… रूहानी टीचर बन सबकी सेवा करनी है, राजयोग सिखाना है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… ज्ञान चिन्तन और योग द्वारा बाबा के साथ सदा combined रहे, और सबका कनेक्शन बाबा से जोड़ते रहे… जिससे सहज ही सतयुग बन जाएगा… ओम् शान्ति!

The Art of Leaving the Body | खुशी-खुशी शरीर कैसे छोड़े | Sakar Murli Churnings 28-01-2019

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The Art of Leaving the Body | खुशी-खुशी शरीर कैसे छोड़े | Sakar Murli Churnings 28-01-2019

1. बाबा हमें खुशी-खुशी शरीर छोड़ना सीखा रहे हैं:

  • अपने को अविनाशी आत्मा समझना है… हमको कोई डर नहीं!
  • बाबा मेरे साथ है… उनकी याद में ही सच्ची खुशी है
  • अब शान्तिधाम-सुखधाम चलना है… मेरा pad जरूर ऊंच होगा
  • इस पुराने शरीर और पुरानी दुनिया में क्या ममत्व रखे… औरों को भी भ्रूकुटी के बीच चमकती हुई आत्मा भाई के रूप में देखना है

2. हमने आधाकल्प भक्ति की है, और अभी बहुत थोड़ा समय रहा है, इसलिए अब पावन बनना है… सवेरे उठकर बाबा को बहुत प्रेम से याद करना है, विचार सागर मंथन करना है, बाबा आप हमें क्या से क्या बना रहे हो… बहुत मीठा प्यारा बनना है, उल्टे सुलते शब्द (चुगली, रीस, हसद) द्वारा किसी को दुख नहीं देना है

सार

जिसके हर पल श्रेष्ठ है, उनका अंत समय भी स्वतः श्रेष्ठ होता… तो चलिए आज सारा दिन, अपने को अविनाशी आत्मा समझ बाबा की याद में बहुत खुशी में रहे… अपना और सर्व का जीवन श्रेष्ठ सुखमय बनाते रहे, सतयुग बनाते रहे… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 26-01-2019

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Sakar Murli Churnings 26-01-2019

हम आधा-कल्प से भागवान को याद करते थे, इसलिए अब विश्व की वानप्रस्थ अवस्था में बाबा तमोप्रधान देश में आए हैं… हमारे obedient servant बन हमें सतोप्रधान देवता विश्व का मालिक बनाने, आधा-कल्प के लिए!… इसलिए अभी योग-युक्त (अशरीरी-पन का अभ्यास और बाबा की याद में मग्न) पवित्र बनना है, तो सभी बातों को सहज पार कर लेंगे… अमृतवेले के श्रेष्ठ समय पर श्रेष्ठ स्थिति मेंं स्थित होना है, तो सारा दिन सहज बितेगा!

सार

तो चलिए आज गणतंत्र दिवस पर… बाबा की श्रीमत अनुसार ज्ञान-योग का अभ्यास कर फिर से स्वराज्य अधिकारी (अर्थात स्व का राजा) बन जाएँ… तो इस स्व-परिवर्तन से विश्व परिवर्तन हो जाएगा, और हम फिर से सतयुगी दैवी राजधानी का हिस्सा बन जाएँगे!… ओम् शान्ति!

Becoming a hero actor | हीरो एक्टर बनने की सहज विधि | Sakar Murli Churnings 25-01-2019

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Becoming a hero actor | हीरो एक्टर बनने की सहज विधि | Sakar Murli Churnings 25-01-2019

1. यह बेहद का नाटक है (जिसकी सूर्य चाँद बत्तियां हैं, 5000 वर्ष की आयु है, और एक सेकण्ड न मिले दूसरे से)… हम आत्मा मुसाफिर वा ऐक्टर्स है, जिन्होनें शरीर रूपी वस्त्रों से 84 जन्मों का पार्ट बजाया है… और परमात्मा का सबसे श्रेष्ठ पार्ट है टीचर बन हमको सत्य ज्ञान और राजयोग सीखाकर वंडर ऑफ वर्ल्ड स्वर्ग बनाना 21 पीढ़ी के लिए

2. संगम की ही बातों पर सारे त्योहार बने हुए हैं, तो सबकी सर्विस कर शृंगार करना है, उन्हें आत्मा समझकर ज्ञान देना है… याद में रह ever-healthy बनना है… और सच्ची पढ़ाई कर अविनाशी कमाई जमा करते रहना है… श्रीमत पर पूरा-पूरा चल शमा बाप पर फिदा होना है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… अपने हीरो पार्टधारी की स्मृति द्वारा स्वयं को ज्ञान गुण और शक्तियों के श्रृंगार से सम्पन्न कर, औरों को भी सम्पन्न बनाते रहे… जिससे सहज ही हम सतयुग लाने के निमित्त बन जाएंगे… ओम् शान्ति!

Becoming Emperor of the World | विश्व का मालिक बनने की सहज विधि | Sakar Murli Churnings 24-01-2019

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Becoming Emperor of the World | विश्व का मालिक बनने की सहज विधि | Sakar Murli Churnings 24-01-2019

1. भगवान ने हमें ज्ञान का तीसरा नेत्र दिया है, दुनिया बदल रही है… तो हम जितना अपने को आत्मा समझ बाप को याद करेंगे और दैवीगुण धारण करेंगे, तो शान्तिधाम-सुखधाम पहुंच जाएंगे

2. ऎसे स्वर्ग की सौगात देने वाले बाबा को बहुत प्यार से याद करना है… तो पावन बन जाएँगे!

3. अपने को आत्मा समझ आत्मा भाई को ज्ञान (बाप का परिचय) देना है, इससे:

  • देह-भान उतर जाएगा
  • माया के तूफान, बुरे ख्यालात नहीं आएंगे
  • औरों को तीर भी लगेगा
  • यही मेहनत है विश्व का मालिक बनने के लिए

सार

तो चलिए आज सारा दिन… आत्मिक दृष्टि का अभ्यास पक्का कर, अनेकों का कल्याण करते रहे… साथ में बाबा को बहुत प्यार से याद करे, तो उनके रचे हुए स्वर्ग में ऊंंच पद मैं पहुँच जाएँगे, और अनेकों को ऊंच पद दिलाने के निमित्त बन जाएंगे… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 23-01-2019

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Sakar Murli Churnings 23-01-2019

सदैव खुशी वा नशे में रहना है, कि हम पर बृहस्पति की दशा बैठी है, स्वयं भगवान हमें पढ़ाते हैं, स्टूडेंट लाइफ इस दी बेस्ट… तो खूब पुरूषार्थ करना है, अपने को आत्मा समझना है और बाबा को याद करना है, तो वैकुण्ठ के मालिक बन जाएँगे… सब का कल्याण करना है, बाप का पैगाम देना है, बोर्ड लगाना है… लक्ष्मी-नारायण के चित्र को देख-देख खुश होना है, हम क्या से क्या बन रहे हैं, कितने श्रेष्ठ सतयुग में जा रहे हैं (जहां नैचुरल beauty है, अकाले मृत्यु नहीं होती, सोने की खानियाँ है, प्रकृति सतोप्रधान है)

सार

तो चलिए आज सारा दिन… अपने श्रेष्ठ भाग्य को देख देख हर्षित होते रहे… और ऎसे No. 1 स्टूडेंट बने कि‍ हम स्वयं और सर्व का 21 जन्मों के लिए कल्याण कर दे, स्वर्ग बना ले… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 22-01-2019

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Sakar Murli Churnings 22-01-2019

अब फिर शान्ति के टाॅवर घर जाना है… इसलिए सतोप्रधान बनना (बाबा को याद करना है, देह और देहधारीयों से ममत्व नहीँ, उनकी सेवा करनी है) और सतोप्रधान बनाना है (सुकर्म, बैज पर समझाना, सेन्टर खोलना, आदि)… गुणवान बनना है जैसे कि बाबा (परम पूज्य), देवताएं (रॉयल चलन) और आत्मा (आत्मा के अनादि गुण)

सार

तो चलिए आज सारा दिन… सिर्फ इसी धुन में रहे, कि हमें सतोप्रधान बनना और बनाना है… जिससे स्वतः हम सभी सदा के लिए सुखी हो, सतयुग ला देंगे… ओम् शान्ति!