Sakar Murli Churnings 21-01-2019

Sakar Murli Churnings 21-01-2019

हमारे पिता परमेश्वर बाबा कहते… मामेकम् याद करने से ही विकर्म विनाश होते (और हम पावन जीवनमुक्त सतयुगी बनते), हममें लाइट आती, सेवा में जौहर भर जाता… बाप समान टीचर बन सबको धारणा करानी हैबाबा की तरह ड्रामा पर पूरा निश्चय रखना है, जो पास्ट हुआ वह ड्रामा accurate, अभी आगे के लिए संभालकर श्रेष्ठ करना है (चार्ट जरूर रखना है)

सार

तो चलिए आज सारा दिन… ड्रामा के पॉइंट को use कर, सदा योगयुक्त स्थिति में लवलीन रहे… और सबका जीवन श्रेष्ठ बनाते रहे, सतयुग लाते रहे… ओम् शान्ति!

Becoming Perfect, in God’s love! | बाप समान सम्पन्न और सम्पूर्ण बनने की सहज विधि | Sakar Murli Churnings 18-01-2019

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Becoming Perfect, in God’s love! | बाप समान सम्पन्न और सम्पूर्ण बनने की सहज विधि | Sakar Murli Churnings 18-01-2019

1. हम अविनाशी आत्माओं की प्रीत एक बाप से लगी है (अर्थात हम शमा बाप पर कुर्बान गए हैं)… तो बाबा भी हम पर 21 जन्मों का वर्सा दे कुर्बान जाते हैं!… तो योग-अग्नि द्वारा बाप समान जरूर बनना है!

2. Check करना है, क्या हमने बाबा से सब कुछ ले लिया है? (अर्थात लक्ष्मी-नारायण समान perfect बन गए हैं?)… अगर नहीं, तो खामियां निकालने (अर्थात भूतों को भगाने) का पूरा-पूरा पुरूषार्थ करना है… बाबा को सबकुछ बताकर, उनकी राय पर चल (और current ले) विजयी बनना हैआत्मिक दृष्टि और बाबा की याद का अभ्यास बहुत पक्का करना है

3. ज्ञान की मस्ती में रहना है, हम तो आत्मा है… शरीर में जरा भी ममत्व न रहे, हम तो सिर्फ सर्विस के लिए इसमे आए हैं… तो ऎसी ऊँची अवस्था हो जाएगी, बाकी सभी ख्यालात समाप्त हो, सर्विस खूब अच्छी करते रहेंगे… हमें तो सब का जीवन बनाना है!

4. सुबह उठकर और सोने से पहले, बाबा को याद जरूर करना है… तो बाबा के प्यार की कशिश होगी… अंत मे पछताने से बच जाएंगे!

अव्यक्त महावाक्य

वर्तमान समय Silence की शक्ति द्वारा अपनी अवस्था को refine करना है (अर्थात कम शक्ति वा समय खर्च कार्य सौगुणा करना है)… नहीं तो छोटी बातों का फाइन भी बढ़ता जाता है… दोनों नज़ारे अति में जाए, साथ साथ दिखाई दे रहे हैं

सार

तो चलिए आज सारा दिन… बाबा पर पूरा-पूरा कुर्बान हो लक्ष्मी-नारायण समान Perfect बन जाएँ… ऎसी ऊँची अवस्था हो, कि बाकी सब ख्यालात समाप्त हो, बहुतों का जीवन श्रेष्ठ बनाते रहे… तो हम बहुत ही जल्दी सतयुगी श्रेष्ठ सृष्टि लाने के निमित्त बन जाएंगे… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 17-01-2019

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Sakar Murli Churnings 17-01-2019

1. हमारा कितना wonderful बाबा है, जिसे कोई भी तमन्ना नहीं है… सिर्फ हमारी पालना, पढ़ाई, पुचकार कर गुल-गुल बनाते हैं… सिर्फ यही आश है बच्चे लायक, गुणवान बनें!

2. हम नई दुनिया के लिए पढ़ रहे हैं, यह याद रहे तो भी मनमनाभव है… अपने कल्याण पर पूरा ध्यान देना है, दुनियावी बातों लड़ाई झगड़े में टाईम वेस्ट नहीं करना है… माया से बचकर बाबा की श्रीमत पर उसकी यादों में रहना है

3. ऊंच पद पाने लिए दिन-रात सेवा का ओना रहे, गला भल घुट जाए, सेवा के बिना सुख न लगे… स्थूल सेवा भी जरूर करनी है… अंत मे result निकलेगी, हमारा कल्प-कल्प का क्या पद होगा!

सार

तो चलिए आज सारा दिन… यही स्मृति रखे की हम नई दुनिया के लिए पढ़ते, और पढ़ाई याद और सेवा में पूरा जोर लगा दे… तो हमारा और सबका सदा के लिए कल्याण हो, विश्व स्वर्ग बन जाएंगा… ओम् शान्ति!

Creating Peace in the World | विश्व में शान्ति स्थापन करने की सहज विधि | Sakar Murli Churnings 15-01-2019

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Creating Peace in the World | विश्व में शान्ति स्थापन करने की सहज विधि | Sakar Murli Churnings 15-01-2019

1. भ्रूकुटी में आत्मा भाई को देखना है, उससे ही बातें करनी है… तो गलत ख्यालत समाप्त हो, कर्मेंद्रीयां control में रहेंगे, और दिव्यगुण automatically धारण होते जाएंगे!… बाबा की याद रहेगी!

2. भगवान आकर पढ़ाते हैं, हमें तमोप्रधान से सतोप्रधान बनाने… तो अब हमारा एम ऑब्जेक्ट है सतोप्रधान देवता बनना और बनाना!

3. शिवबाबा ने विश्व में शान्ति स्थापन की थी, तब लक्ष्मी-नारायण का राज्य था… और पवित्रता ही सुख शान्ति की जननी है, इसलिए बाबा पवित्रता के बल से स्थापना करते हैं… तो पावन जरूर बनना है!… खुशी में रोमांच खड़े हो जाने चाहिए, हम ऎसे डबल सिरताज बनने वाले हैं!

सार

तो चलिए आज सारा दिन… आत्मा भाई-भाई की दृष्टि पक्की कर सदा आत्म-अभिमानी रह, बाबा से शक्ति लेते रहें… ऎसे पावन सतोप्रधान बनने से हम बहुत शीतल शान्त बन जाते… हर जगह शान्ति फैलाते रहते, औरों को भी ऎसे शान्त बनने की प्रेरणा मिलती, और विश्व में शान्ति का राज्य सतयुग स्थापन हो जाता… ओम् शान्ति!

Becoming Sweetest | स्वीटेस्ट बनने की सहज विधि | Sakar Murli Churnings 15-01-2019

Becoming Sweetest| स्वीटेस्ट बनने की सहज विधि| Sakar Murli Churnings 15-01-2019

1. अभी हमारा पार्ट है most sweetest (स्वीट के पहाड़) बाबा के संग sweet children बनकर… स्वीटेस्ट स्वर्ग के मालिक लक्ष्मी-नारायण बनना!

2. इसलिए शान्त अन्तर्मुखी रहकार पवित्र देही-अभीमानी बनना है… अपना सुखधाम का पुरुषोत्तम चेहरा और चोला बार-बार देखते रहना है!

3. बाबा को बहुत लव से याद करना है, खुशी में रोमांच खड़े हो जाने चाहिए, प्रेम में आंसू भी भले आए… अपना चार्ट रोझ देखना है, हम बाबा को कितना याद करते हैं… खामियां निकाल flawless diamond बनने का पुरूषार्थ करना है, तो बाबा भी current देकर सहयोग देंगे!

4. अपने को अशरीरी आत्मा समझ बाप को याद करना है, तो ever-healthy-wealthy बन जाएँगे… मुख से ज्ञान रत्न ही निकालने से बाप का नाम बाला होगा और सब फॉलो करेंगे

सार

तो चलिए आज मकर संक्रांति के पावन अवसर पर… गुड समान sweetest बनने के लिए, अपने को तिल रूप-समान आत्मा समझेे, और अपनेे जीवन की डोर बाबा के हाथों मे दे… तो हम भी पतंग समान हल्के बन परमधाम की ऊंची स्थिति की ऊंची उड़ान भरते रहेंगे… और खुशियों की दुनिया सतयुग बनाते चलेंगे… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 14-01-2019

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Sakar Murli Churnings 14-01-2019

1. हम संगमयुग पर है, तो बाबा कलियुग और सतयुग के विभिन्न नामों को याद कर रहे थे… पूछना है कि हम कलियुगी पुरानी दुनिया नर्क (अर्थात विकारी भ्रष्टाचारी डेविल दुनिया) में है या सतयुगी नई दुनिया स्वर्ग (अर्थात निर्विकारी श्रेष्ठाचारी डीटी वर्ल्ड) में

2. अपने को आत्मिक स्थिति में स्थित कर बाबा की यादों में नारायणी नशे में रहना है… अगर इस फरमान का पालन नहीं कर सकते, तो जरूर देह भान में है, और पाप विकर्म हो रहे हैं… तो अपने पर कृपा कर आत्म अभीमानी रहने का पुरूषार्थ करना है

3. पाण्डवों के चित्रा को बड़ा बनाते क्योंकि उनकी बुद्धि बड़ी विशाल थी… तो ऎसी बुद्धि बनाने के लिए रोज़ पढ़ना है, अच्छे से पढ़ना है, और सबको पढ़ाना है (एक एक को समझा सको तो बहुत अच्छा)

सार

तो चलिए आज सारा दिन… बाबा के ज्ञान की बातों को बुद्धि में रख, देहभान से न्यारे और बाप के प्यारे रहे… जिससे सहज ही दिव्यगुणों की धारणा, और कमझोरीयों का परिवर्तन होता रहेगा, और हम सतयुगी देवता बन जाएँगे… जिससे दुनिया भी सतयुग बन जाएंगी… ओम् शान्ति!


और पढ़िए:

Becoming a true Benefactor | कल्याणकारी बनने की सहज विधि | Sakar Murli Churnings 12-01-2019

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Becoming a true Benefactor | कल्याणकारी बनने की सहज विधि | Sakar Murli Churnings 12-01-2019

1. त्रिमूर्ति शिवबाबा संगम पर ब्रह्मा मुख द्वारा जो ज्ञान (अर्थात सच्चा गीता ज्ञान) सुनातेउससे 21 जन्म सद्गति हो जाती है, अर्थात 100% पवित्रता सुख शान्ति का अटल अखण्ड सतयुगी दैवी स्वराज्य स्थापन हो जाता है.. ऎसा कौड़ी तुल्य कलियुगी मनुष्य से हीरे तुल्य सतयुगी देवता बनने का ईश्वरीय निमंत्रण सबको देना है

2. कल्याणकारी बाप के बच्चे हम भी कल्याणकारी है… इसलिए स्व का कल्याण कर (ज्ञान, विचार सागर मंथन और योग से)… अनेकों के कल्याण के निमित्त बनना है (बाबा के मददगार बनकर, हड्डी सेवा द्वारा)

सार

तो चलिए आज सारा दिन… बाबा के सत्य ज्ञान का विचार सागर मंथन कर अपना जीवन हीरे तुल्य बनाते जाए… और अनेको को हीरे तुल्य जीवन बनाने की प्रेरणा देते रहे… जिससे सहज ही सतयुग आ जाएगा… ओम् शान्ति!

अन्य पॉइन्ट्‍स

  • मातेष्वरी जी के मधुर माहवाक्य में… मम्मा ने घर गृहस्थ में रहने वाले पवित्र गोप-गोपियों की बहुत महिमा की… कैसे अतिन्द्रीय सुख के अनुभव में रह, अनेकों के कल्याण के निमित्त बने है!
  • आज के वरदान में… कमझोर संकल्प (पता नहीं, आदि) भी एक माया की ज़ाल है… इनसे मुक्त होने के लिए याद रखना है कि निश्चयबुद्धि विजयी, सफलता मेरा जन्म-सिद्ध अधिकार है!
  • आज का विशेष पुरूषार्थ… अनेक मेरे-मेरे को एक मेरा बाबा में समा दो, मेरा तो एक शिवबाबा दूसरा ना कोई… तो एकाग्रता बहुत सहज हो जाएंगी (जब चाहे, जहां चाहे और जितनी देर चाहे एकरस फरिश्ता स्वरूप की !)

Being Happy Always | सदा खुश रहने की सहज विधि | Sakar Murli Churnings 11-01-2019

Being Happy Always | सदा खुश रहने की सहज विधि | Sakar Murli Churnings 11-01-2019

1. अपार खुशी में रहने के लिए:

  • विचार सागर मंथन करते रहना है… कैसे हम छोटी सी आत्मा में 84 जन्मों का पार्ट नुन्धा हुआ है, अब हमारा अन्तिम जन्म है, सद्गति दाता बाप आया है (पुरानी दुनिया, पुराने तन में) हमें नर से नारायण बनाने के लिए!
  • योग में रहना है… योग करना ही सबसे बड़ा पुण्य है, जिससे पुण्य आत्मा बन जाएँगे
  • याद रखना है कि
    • यह कल्याणकारी पुरूषोत्तम संगमयुग चल रहा है
    • बाबा हमारा बाप भी है, टीचर है, सतगुरु भी है (सही ठिकाना देते हैं)

2. औरों को खुशी बांटना व सही रास्ता बताना सबसे बड़ी कृपा है… सबको माया से लीबरेट करने की इस सेवा में अपना सहयोग अवश्य देना है… वाचा नहीं तो स्थूल कर्मणा सेवा करनी है… सेन्टर खोल सको तो और ही अच्छा!

सार

तो चलिए आज सारा दिन… खुशियों के सागर को सदा साथ रखते सदा खुशमिज़ाज़ और प्रसन्न रहे… और सबके साथ खुशी बांटते रहे, खुशियों की दुनिया स्वर्ग बनाते रहें… ओम् शान्ति!

आज का विशेष पुरूषार्थ

संकल्प, स्वभाव-संस्कार में डबल लाइट रहकर… चलते फिरते फरिश्ता स्वरूप की अनुभूति करनी है… अशरीरी-पन का अभ्यास करना है

Sakar Murli Churnings 10-01-2019

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Sakar Murli Churnings 10-01-2019

1. बाबा हमें सृष्टि चक्र का ज्ञान पढ़ाते हैं, कैसे हम सतोप्रधान थे, फिर धीरे-धीरे तमोप्रधान बने (जैसे कि बैट्री)… तो बाबा समझाते है, अब फिर से सतोप्रधान पवित्र दैवीगुण-सम्पन्न मीठा बनने के लिए याद की यात्रा पर पूरा-पूरा ध्यान देना है

2. और याद के लिए चाहिए आत्म-अभीमानी स्थिति का अभ्यास (कैसे हम परमधाम में थे, फिर शरीर धारण कर 84 जन्मों का पार्ट बजाया), और पुरानी दुनिया से ममत्व मिटाना (क्योंकि अभी यह तमोप्रधान बन गई है)… इतना खुशी में रहना है कि शरीर भी खुशी-खुशी छूते, हमें तो नया दैवी शरीर मिलेगा!

3. बहुत प्यार से सबको सत्य ज्ञान सुनाना है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… श्रेष्ठ स्मृतियों में रहकर सदा खुशी का अनुभव करतें रहे, और याद के अभ्यास द्वारा अपनी बैट्री को चार्ज करते रहे, औरों को भी जीवन बहुत श्रेष्ठ बनाते रहें… फिर हम सभी आत्माएं मिलकर सारे कल्प इस बैट्री को use कर बड़े आनंद में रहेगे… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 09-01-2019

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Sakar Murli Churnings 09-01-2019

1. बाबा हम सभी आत्माओं (ब्रदर्स) को मुक्ति-जीवनमुक्ति का वर्सा देते, अर्थात सुधरे हुए पवित्र पूज्य देवता बनाते… फिर हम सो क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र और फिर हम सो ब्राह्मण बनेंगे… फिर बाबा आकर ब्रह्मा मुख द्वाराा हमें लिबरेट कर देवता बनााएंगे!

2. यह बातें उनकी बुद्धि में धारण होगी:

  • जिनकी बुद्धि साफ और स्वच्छ है
  • जो देही-अभीमानी रहते हैं, और
  • जिनका आत्मिक दृष्टि का अभ्यास पक्का है

फिर योगबल से हमें बहुतों को आप समान भी बनाना है!

3. हमें किसी भी बात में की दरकार नहीं, सबकुछ ड्रामा अनुसार accurate हो रहा है… सिर्फ बेहद खुशी में रहना है कि स्वयं भगवान हमें पढ़ाते हैं!… इसी नशे में हमें योग का चार्ट बढ़ाकर को धारण करते रहना है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… बहुत खुशी में रहकर बाबा की यादों में रहे… जिससे हम सहज ही दैवीगुण-सम्पन्न देवता बन, कलियुग को परिवर्तन कर सतयुग बना देंगे... ओम् शान्ति!

आज का वरदान

अल्‍पकाल की इच्छाओं के बजाए, सर्व प्राप्ति सम्पन्न बनने पर attention देना है… तो सदाकल के लिए सन्तुष्ट वा प्रसन्न-चित बन जाएँगे!