Sakar Murli Churnings 02-01-2019

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Sakar Murli Churnings 02-01-2019

भगवान हमारा बाप है… तो उनसे डरना नहीं है, लेकिन सदा साथ रहकार सर्व प्राप्ति स्वरूप बनना है!

पुरुषोत्तम युग में पुरुषोत्तम बनने का पूरा-पूरा पुरुषार्थ करना है… बाबा से अविनाशी ज्ञान रत्नों का व्यापार कर, 21 जन्मों के लिए मालामाल बनना और बनाना है!

एक सत बाप के संग में रहना है, जिससे न सिर्फ वर्तमान लेकिन भविष्य भी सुख-शान्ति सम्पन्न बन जाता है… जबकि बाप गुप्त वेश में हमें पढ़ाकर अपने से भी ऊंचा बनाते हैं!

पुराने संस्कारों वा हिसाब-किताब का बोज़ा सिर पर है, इसलिए योग अग्नि से उनको चूकतु करते रहना है… साथ में भविष्य (और वर्तमान!) प्रालब्ध बनाने पढ़ाई पर पूरा ध्यान देना है, मुरली एक दिन भी miss नहीं करनी है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… बाबा के सदा साथ रहे, अर्थात उनसे ज्ञान रत्नों का व्यापार कर अपना और सर्व का कल्याण करे, और योग में रहकार पुुराने-पन के भार से हल्का बने… इस ज्ञान योग के अभ्यास से हमारे दैवी संस्कार emerge हो जाएंगे, और हम फिर सेेेे इस विश्व को स्वर्ग बनाने के निमित्त बन जाएंगे… ओम् शान्ति!

The Magic of God’s love | भगवान के प्यार में लवलीन | Sakar Murli Churnings 31-12-2018

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The Magic of God’s love | भगवान के प्यार में लवलीन | Sakar Murli Churnings 31-12-2018

1. हम अपने को आत्मा समझ (अर्थात देही अभिमानी बन) बाप को याद करते हैं… तो हम हो गए रूहानी आशिक, एक माशूक बाप से सच्ची मुहब्बत रखने वाले… इसके फल स्वरूप, बाबा हमें:

  • अपने साथ स्वीट होम (शान्तिधाम) में ले चलेंगे
  • सभी पापों से मुक्त कर देंगे
  • फिर स्वर्ग (कृष्णपुरी, वैकुण्ठ) में भेज देंगे

2. बहुत खुशी में रहने के लिए:

  • अपने से मीठी-मीठी बातें करनी है
  • ज्ञान का चिन्तन करना है
  • स्वदर्शन चक्रधारी बनना है
  • आपस में ज्ञान की ही बातें करनी है

3. याद करने के लिए हमारे पास बहुत समय है:

  • कर्म करते
  • खाना पकाते, खाते, पीते
  • ट्रेन में सफर करते
  • जब दफ्तर में थोडी फुर्सत मिले
  • आदि

4. जो प्राप्तियां हमें हुई, वह सभी मित्र-संबंधियों को भी करानी है… लाइट हाउस बन सबको राह दिखानी है… एक आंख में मुक्ति. दूसरी आँख में जीवनमुक्ति, दुःखधाम से मुक्त!

सार

तो चलिए आज सारा दिन…मन वचन कर्म से ज्ञान सागर के ज्ञान में ही बहुत प्यार से रमण करते रहे… तो हमारी स्थिति स्वतः बहुत श्रेष्ठ, शान्त वा खुश रहती… और सबको भी आगे बढ़ाते रहेंगे… जिससे सहज ही यह संसार स्वर्ग बन जाएगा… ओम् शान्ति!

Becoming Divine | Sakar Murli Churnings 29-12-2018

Becoming Divine | Sakar Murli Churnings 29-12-2018

  • पिछले पापों से मुक्त होने लिए, मुख्य है बाबा से योग लगाने की यात्रा… और बाबा से ज्ञान सुनकर, धारण कर, सबको सुनाना है… तो भगवान् भगवाती बन जाएँगे, विजय माला का मणका बन जाएंगे!
  • मनुष्य से देवता (अर्थात गुणवान) बनना ही जीवन बनाना है… तो पूरा पास होने की शुभ कामना वा लक्ष्य रखना है… फिर कल्प कल्प हमारा श्रेष्ठ पद बन जाएगा!… यही उचित है जबकि ऊंच ते ऊंच परमपिता परमात्मा, नॉलेेजफूल, पतित पावन भगवान हमें पढ़ाते हैं!
  • बहुत बहुत खुशी में रहना है… बाबा हमें स्वर्ग का मालिक बनाते, जहां बहुत बड़े महल, जमीन, संपत्ति, आदि रहती!

सार

तो चलिए आज सारा दिन… याद और सेवा में अपना हर सेकंड सफल करे… और बहुत खुशी में रहे, और सबको खुशी बांटते रहे… ओम् शान्ति!

The enthusiasm for Seva | सर्विस का शौक | Sakar Murli Churnings 28-12-2018

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The enthusiasm for Seva | सर्विस का शौक | Sakar Murli Churnings 28-12-2018

  • मम्मा-बाबा समान सौभाग्यशाली बनने लिए:
    • सेवा का उमंग रखना है
    • पुरानी दुनिया से ममत्व नहीं रखना है
    • माया से बचे रहना है
  • सर्विस का खूब शौक रखना है:
    • धंधा करते, गृहस्थ में रहते भी… मन्सा, वाचा, कर्मणा सेवा करनी है… बाप का परिचय वा मनमनाभाव का छू मंत्र सबको देना है, सबको सुख देना है
    • मन्दिरों, शमशान में जाओ
    • मित्र-सम्बन्धियों को समझाओ
    • उनको बुलाओ, उनके पास भी जाओ
    • अखबार में डालो, हाॅल भी ले सकते हो
    • भल 100 में से 1 निकले, विघ्न और गालियाँ भी सहन करनी पड़े
  • 2500 साल पहले तक भी, सतयुग त्रेता में… वन रिलीजन, वन गवर्नमेंट था, सम्पूर्ण एकता थी… अभी तो अनेक मतें हैं, देश देश और घर घर में जगदे है, एक दो को मार भी डालते.. तो हमें फिर से सम्पूर्ण एकता लानी की सेवा करनी है
  • परमधाम निवासी होने के नाते, इस जग में हम सभी foreigners है… तो जैसे बाबा नें हमे रूहानी डॉक्टर वा रूहानी व्यापारी बनाया है, आज बाबा ने हमारी विदेश जाने की भी इच्छा पूरी कर दी!

सार

तो चलिए आज सारा दिन… बाबा को साथ रखकर अथक सेवा करतेे रहें … जिससे हमारी स्थिति स्वतः श्रेष्ठ और व्यर्थ से मुक्त रहती… और सबकी दुआएं मिलती, सबका भी जीवन श्रेष्ठ बनता, जिससे सहज ही यह संसार स्वर्ग बन जाएगा… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 27-12-2018

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Sakar Murli Churnings 27-12-2018

  • भगवान की मत (पवित्र बनो, देही अभिमानी बनो, निरन्तर याद करो, आदि) पावन बनाती, सुख देती… रावण की मत (अर्थात देह भान से प्रभावित मत) पतित बनाती, दुःखी करती
  • जो बाबा की श्रीमत पर चलते, वह स्वतः योगयुक्त वा धारणामूर्त रहते, उनकी सर्विस स्वतः श्रेष्ठ रहती… आगे चल, सबकी result का मालूम पड़ जाएगा

सार

तो चलिए आज सारा दिन… हर संकल्प वा हर कदम बाबा की श्रीमत पर चलते रहे, जिससे स्थिति स्वतः श्रेष्ठ रहती… जिससे हम भी खुश रहते, और सब को भी खुशी बांटते रहते… और ऎसे करते, हम फिर से इस धरा पर स्वर्ग को ले आएंंगे… ओम् शान्ति!

अविनाशी ज्ञान रत्नों से मालामाल बने | Becoming full of Baba’s imperishable jewels of knowledge | Sakar Murli Churnings 25-12-2018

अविनाशी ज्ञान रत्नों से मालामाल बने | Becoming full of Baba’s imperishable jewels of knowledge | Sakar Murli Churnings 25-12-2018

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अविनाशी ज्ञान रत्नों का स्टॉक जमा करने की सहज विधि!

हम तीन रीति मुरली सुनते हैं:

  • सबसे अच्छा है… मधुबन में बाबा के सम्मुख
  • फिर है… सेन्टर पर निमित्त अत्माओं द्वारा
  • और last है… खुद पढ़कर

तो बाबा से ज्ञान रत्न लेने है… विचार सागर मंथन कर स्वयं में धारण कर, सबको बाँटते रहना है… योगयुक्त और धारणामूर्त बनकर!

बाबा ने कहा… सृष्टि चक्र का ज्ञान चक्र, झाड़ और विराट रूप द्वारा भी समझा सकते… और उसमे मुख्य समझाना है कि कैसे संगम पर बाप आकार सेकंड में जीवनमुक्ति देते हैं (ज्ञान और योग द्वारा)!

माया से मुक्त रहने की सहज विधि

माया (व्यर्थ संकल्प, पुराने संस्कारों का प्रभाव, चिंता भय, आदि) से मुक्त रहने… बाबा के ज्ञान रत्नों का विचार सागर मंथन करते रहना है, और औरों का श्रेष्ठ जीवन बनाने की सेवा में लगे रहे… इससे माया का प्रभाव हल्का हो जाता, बुद्धि रिफ्रेश हो जाती, और सारी थकावट और मेहनत भी समाप्त हो जाती है!

बाबा को ऎसे ज्ञानी और योगी बच्चे बहुत पसंद है!

सार

तो चलिए आज सारा दिन… ज्ञान रत्नों का विचार सागर मंथन करते बाबा से बुद्धियोग जोड़े रखे… जिससे सहज सर्व प्राप्ति सम्पन्न बन जाएँगे… और सबको अपने ज्ञान, गुण और शक्तियों के खझाने बाँटते रहे, जिससे सर्व का (और हमारा!) कल्याण होता रहे… और हम फिर से विश्व को स्वर्ग बनाने के लिए निमित्त बन जाए!… ओम् शान्ति!

Sakar Murli Churnings 24-12-2018

Sakar Murli Churnings 24-12-2018

सारे विश्व पर माया का काला दाग लगा हुआ है (अर्थात सभी 5 विकारों के कारण दुख, अशान्ति और stress में है), और हम बाबा से राजयोग की पढ़ाई पढ़ रहे हैं… तो सदाकाल सुख शान्ति और आनंद से भरपूर रहने के लिए, हमें सिर्फ:

  • बाबा की श्रेष्ठ मत पर चलते रहना है
  • बाबा के मिले हुए ज्ञान रत्नों का विचार सागर मंथन करते रहना है
  • चुप रहकर मामेकम् याद करना है
  • घर गृहस्थ में रहकर कमल फूल समान पवित्र रहना है… सब कुच्छ बाप को सौप कर trustee बन हल्के रहना है
  • सेवा भी जरूर करनी है

सार पर चिंतन

तो बाबा हमें कितना सहज मार्ग बता रहे हैं, जिससे न सिर्फ भविष्य लेकिन हमारा वर्तमान भी सदा सुख आनंद से भरपूर, और दुःखों से मुक्त रहता है… और जिसका वर्तमान ऎसा सुन्दर है, उसका भविष्य तो उज्ज्वल है ही है… तो चलिए आज सारा दिन, हर पल ऎसे मीठे प्यारे बाबा का शुक्रिया मानते रहे, जो हमारा जीवन सदाकाल के लिए इतना श्रेष्ठ बना रहे हैं… ओम् शान्ति!

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Sakar Murli Churnings 22-12-2018

Sakar Murli Churnings 22-12-2018

भगवान की यह पढ़ाई प्रत्यक्षफल (अर्थात मनुष्य से देवता, 21 जन्मों के लिए बनाने) वाली है… इसलिए, अशरीरी बन बहुत प्यार से बाबा को याद करना है (और बाबा से बातें भी करनी है!)… उस पर बलिहार जाना है, नष्टोमोहा बनना है… सेवा भी जरूर करनी है!

ओम् शान्ति!

शिवबाबा की याद में कैसे टिके | Stabilising in God’s remembrance | Sakar Murli Churnings 21-12-2018

शिवबाबा की याद में कैसे टिके | Stabilising in God’s remembrance | Sakar Murli Churnings 21-12-2018

आज का wonderful रात्रि क्लास!

सिर्फ एक बाप को याद करना अव्यभिचारी याद हैं, औरों को याद करने से याद व्यभिचारी हो जाती है… और हमारा लक्ष्य है एक की याद में रहना, इसलिए जब भी हमारी बुद्धि और तरफ भटके, तो बाबा ने आज 15 स्मृतियाँ दिलाई जिससे फिर से हम बाबा की याद में टिक जाएं!

  • बाबा हमें विश्व का मालिक बनाते, पतित से पावन बनाते, ज्ञान का सागर है… ऎसे wonderful बाप को कैसे भूल सकते हैं!
  • हमारा वायदा है, मेरा तो एक… भक्ति में भी कहते थे, जब आप आएंगे तो आप की ही याद में रहेंगे… उसमें ही फायदा है, और सब में नुकसान है
  • बाप की याद से पाप कटते है, हम दैवी dynasty में जाएँगे, दैवी सम्बन्धी मिलेंगे… बाबा की श्रीमत है ‘मामेकम् याद करो’, औरों को याद करना ठगी है!
  • नई दुनिया आ रही है, जिसके लिए पवित्रता चाहिए, जो योग से ही बढ़ती है!… अभी याद करेंगे तो, कल्प कल्प की श्रेष्ठ नूंढ़ हो जाएगी!
  • हमारी लगन एक बाप से हैं!

और भी कई संकल्प हैं:

  • बैठकर योग करने लिए समय निर्धारित करना है, भल 10-15 मिनट के लिए… और उस समय दूसरी बात याद आए, तो उसको 10 मिनट बाद सोचेंगे!
  • सहजयोग की भिन्न भिन्न विधि use करे, जैसेकि:
    • बाबा से बातें करे… पत्र लिखे
    • बाबा के भिन्न भिन्न titles याद करे
    • बापदादा (शिवबाबा, ब्रह्मा बाबा के अव्यक्त शरीर में) को याद करें
  • जैसे अर्जुन को सिर्फ चिड़िया को आंख दिखाई दी… हमें भी शिव पिता बिन्दु ही दिखाई देता!

और बाबा ने कहा यदि योग बढ़ाना चाहते हो, तो:

  • योग में बैठो… तो मेहनत करनी है, attention रखना है, कि बुद्धि इधर-उधर न जाए… फिर यह अभ्यास सहज हो जाएगा, और हम शान्ति प्रेम और आनंद के झूले में झूलते रहेंगे!
  • अपनी डायरी (chart) रखना है, कि हम कितना समय बाबा की याद में रहते हैं?

यह रात्रि क्लास ब्रह्मा बाप के सम्पूर्ण होने के 6 दिन पहले चली थी… तो हम देख सकते कि शिवबाबा कितनी wonderful रीति से ब्रह्मा बाबा को तैयार कर रहे हैं, और ब्रह्मा बाबा का पुरुषार्थ भी कितना ऊंचा स्तर पर चल रहा था!… हमें भी ऎसा श्रेष्ठ पुरुषार्थ करना है!

आज के अन्य पॉइन्ट्‍स

  • शुभ काम में देरी नहीं करनी है… अपने भाई-बहनों को ठोक्कर खाने से बचाना है… ज्ञान की भूं-भूं करते रहना है!
  • हम निश्चयबुद्धि बच्चे हैं, ईश्वरीय संप्रदाय, जो बाबा से राजयोग सीख रहे हैं… और फिर बाबा के पास जाकर, हमारा अगला जन्म नई दुनिया में होगा!

सार

तो चलिए आज सारा दिन… बार-बार योग में बैठकर अपनी बुद्धि की लिंक बाबा से जोड़ने रखने का पुरुषार्थ करे… ऎसे कुछ समय के Attention से, योग में रहने का हमारा संस्कार बन जाएगा, और हम सदा के लिए शान्ति प्रेम और आनंद से भरपूर होते रहेंगे!… ओम् शान्ति!

God, the most humble| भगवान सबसे निरहंकारी है | | Sakar Murli Churnings 20-12-2018

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God, the most humble| भगवान सबसे निरहंकारी है | Sakar Murli Churnings 20-12-2018

कितना मीठा, कितना प्यारा! 

बाबा ने कहा मैं तुमसे अपनी पूजा नहीं करा सकता, क्योंकि:

  • में तुम्हारा most obedient servant हूँ… तुम मेरे मालिक हो 
  • मैं तो तुम्हें नमस्ते करता हूँ… निरहंकारी हूँ 
  • में सदा दाता हूँ… कुछ भी लेता नहीं हूँ 
  • मेरे तो पैर ही नहीं! 
  • तुम विश्व के मालिक बनने वाले हो… बाप समान बनते हो 
  • तुम खुद पूज्य बनते हो, सालिग्राम और देवता रूप मे तुम्हारी डबल पूजा होती है… क्योंकि तुम पवित्र बन, रूहानी सोशल वर्कर बन भारत को स्वर्ग बनाने की सेवा करते हो!
  • माया ने तुम्हें बहुत तंग किया है, और भी बहुत दुःख आने है 

और भी कुछ पॉइंट्स हैं:

  • आधाकल्प बच्चे भक्ति करते थक गए हैं 
  • बाबा हमसे सच्चा प्यार करते… हमको मेहनत करते नहीं देख सकते 
  • बाबा हमें बहुत ऊंची दृष्टि से देखते हैं! 
  • बाबा ज्ञान का सागर है, इसलिए हमे सिर्फ यथार्थ पुरुषार्थ कराते हैं… अर्थात अपने को आत्मा समझ बाप को यथार्थ रीति याद करना हैं, इसमें सब कुछ आ जाता है 
  • वह चाहता है, कि उसके सारे गुण हम अपने में ग्रहण करे, सिर्फ पूजा नहीं! 

आज के अन्य पॉइन्ट्‍स 

  • सतयुग में हम पारसबुद्धि होते हैं, निरोगी रहते हैं, और सम्पूर्ण सुख होता है 
  • हम बाबा की गोद में है… बाबा हमें ज्ञान, गुण, शक्तियों से रॉयल पालना कर रहे हैं… इससे हम छोटी छोटी समस्याएं तो क्या, विनाश के दर्दनाक सीन को भी सहज क्रॉस कर लेंगे! 
  • आज का गीत, निर्बल से लड़ाई बलवान की ये कहानी है दिये की और तूफान की, बहुत अच्छा है.. इसे पूरा अवश्य सुने (Brahma Kumaris Official Madhuban Murli App द्वारा!) 

सार 

तो चलिए आज सारा दिन… ऎसे मीठे निरहंकारी बाबा को बहुत प्यार से याद करते रहें, और उनके गुण और शक्तियों से भरपूर रहे… जिससे हम सभी दुखों के प्रभाव से पार, अतिन्द्रीय सुख की झूले में झूलते रहें!… ओम् शान्ति!