Remembering the incorporeal Diamond alone! | Sakar Murli Churnings 13-03-2020

Remembering the incorporeal Diamond alone! | Sakar Murli Churnings 13-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि भगवान् बागवान-खिवैया बन हमे सतयुगी सुख-हेल्थ-वेल्थ में ले जा रहे… तो सदा अपने को निराकार-बिन्दी समझ सच्चे-निराकार-बिन्दी-हीरा परमात्मा को याद कर सम्पूर्ण-पावन बन जाए (देह-दुनिया के ममत्व से परे)… मैसैंजर-पैगम्बर बन सबको रास्ता बताते रहे (समय भी बहुत कम है)


Recent Sakar Murli Churnings:

Thanks for reading this article on ‘Remembering the incorporeal Diamond alone! | Sakar Murli Churnings 13-03-2020’

Sitting on the Parent’s Throne! | मम्मा-बाबा के तख्त-नशीन | Sakar Murli Churnings 12-03-2020

Sitting on the Parent’s Throne! | मम्मा-बाबा के तख्त-नशीन | Sakar Murli Churnings 12-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि भगवान् हमें सारा ज्ञान देकर अविनाशी रत्नों से भरपूर कर रहे (जिससे अमरलोक में भी सम्पूर्ण धनवान-सुखी देवता-प्रिंस बनते), तो सदा उस एक से प्रीत रख हाथ पकड़े रह… सतोप्रधान-दिव्यगुण सम्पन्न-फूल बन, सबको आप-समान बनाते, पास विद् आनर मम्मा-बाबा के तख्त-नशीन बन जाए


Recent Sakar Murli Churnings:

Thanks for reading this article on ‘Sitting on the Parent’s Throne! | मम्मा-बाबा के तख्त-नशीन | Sakar Murli Churnings 12-03-2020’

Belonging to God! | Sakar Murli Churnings 11-03-2020

Belonging to God! | Sakar Murli Churnings 11-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि हम-बाबा ने एक-दो को अपनाया है (निराकारी-बाप हम निराकारी-बच्चों को पढ़ाते)… इस स्मृति-याद से हम मायाजीत-सतोप्रधान-16 कला सम्पूर्ण-सर्वगुण सम्पन्न बनते सतयुग में (हम पूरे ड्रामा का ज्ञान है)… तो याद में पक्का बनना है (पुरानी दुनिया को भूल), सबको सन्देश पहुंचाते रहना


Recent Sakar Murli Churnings:

Thanks for reading this article on ‘Belonging to God! | Sakar Murli Churnings 11-03-2020’

Becoming full of divine virtues this Holi! | Sakar Murli Churnings 10-03-2020

Becoming full of divine virtues this Holi! | Sakar Murli Churnings 10-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

जबकि सम्पूर्ण सत्य ज्ञान हमारी बुद्धि में बैठ गया है (जो चित्रों में स्पष्ट है), हम सतयुगी-देवता बन रहे… तो अब पढ़ाई-याद (होली-धुरिया) द्वारा पवित्र-दिव्यगुण सम्पन्न-रॉयल-क्षीरखण्ड-सच्चे बन, सबकी प्यार-शान्ति-मीठास से सेवा करते रहे


Recent Sakar Murli Churnings:

Thanks for reading this article on ‘Becoming full of divine virtues this Holi! | Sakar Murli Churnings 10-03-2020’

Becoming virtuous! | Sakar Murli Churnings 09-03-2020

Becoming virtuous! | Sakar Murli Churnings 09-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

स्वयं ज्ञान-सागर सद्गति-दाता भगवान् हमें राजयोग सिखाकर (देही-अभिमानी बन परलौकिक-प्यार के सागर बाबा को मामेकम् याद कर) दैवीगुण-सम्पन्न बनाते (घृणा-तिरस्कार से परे), सचखण्ड के मालिक हीरे तुल्य देवताएं… रहमदिल बन सबकी प्यार से सेवा भी करते रहना


Recent Sakar Murli Churnings:

Thanks for reading this article on ‘Becoming virtuous! | Sakar Murli Churnings 09-03-2020’

Becoming Mayajeet! | Sakar Murli Churnings 07-03-2020

Becoming Mayajeet! | Sakar Murli Churnings 06-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

हम श्रेष्ठ-पार्टधारी आत्मा को बाबा का बन-याद कर, पावन-मायाजीत-दिव्यगुण सम्पन्न बन (पुराना दुनिया को भूल) सुखधाम-वर्से का मालिक बनना है (हमे सारे ड्रामा को जानते, जो स्प्रीचुअल-नॉलेज के रत्न बाबा ने हमे दिये हैं)... सबकुछ सफल कर 21 जन्मों की बादशाही जरूर प्रात करनी है


Recent Sakar Murli Churnings:

Thanks for reading this article on ‘Becoming Mayajeet! | Sakar Murli Churnings 06-03-2020’

The essence of Rajyoga! | Sakar Murli Churnings 05-03-2020

The essence of Rajyoga! | Sakar Murli Churnings 05-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

मुख्य श्रीमत हैं… सवेरे उठकर (वा कर्मयोगी बन), अपने को बिन्दी-स्टॉर-अंगुष्ठे समान आत्मा समझ, उस एक-निराकार पतित-पावन परमात्मा को याद कर पावन-सतोप्रधान बनना (हिसाब-किताब चुक्तू)… जिससे सोने की हर्षितमुख-देवताओं की दुनिया का मलिक बनते (बाकी सब ड्रामा है, थोड़ा समय बाकी है)


Recent Sakar Murli Churnings:

Thanks for reading this article on ‘The essence of Rajyoga! | Sakar Murli Churnings 05-03-2020’

Becoming satopradhan! | Sakar Murli Churnings 04-03-2020

Becoming satopradhan! | Sakar Murli Churnings 04-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

हम आत्मा सुप्रिम पतित-पावन की याद द्वारा पावन-सतोप्रधान बनती (भाई-भाई की दृष्टि रखती), जिससे मुक्ति-जीवनमुक्ति का वर्सा प्राप्त कर लेते (सदा बहारी मोसम)… बेहद विश्व-कल्याणकारी बन सबका कल्याण करते (हमारे पास सम्पूर्ण ज्ञान है)


Recent Sakar Murli Churnings:

Thanks for reading this article on ‘Becoming satopradhan! | Sakar Murli Churnings 04-03-2020’

Becoming a beautiful fairy, by using the biggest treasure! | Sakar Murli Churnings 03-03-2020

Becoming a beautiful fairy, by using the biggest treasure! | Sakar Murli Churnings 03-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. यह संगमयुगी-पढ़ाई (पतित-पावन से बुद्धियोग द्वारा पावन-दिव्यगुण सम्पन्न-खुशी-नशे से भरपूर बनने की) ख़ज़ाना-कमाई है (जिससे नई दुनिया-स्वर्ग में चैन पाते, सुन्दर परी-देवता रूप में)

2. इस यूनिवर्सिटी में जो अच्छे से पढ़ते-श्रीमत पर चलते, उनपर ही बृहस्पति की दशा कहेंगे (कोई बहाना-उबासी-भटकना नहीं)… स्वच्छ-सतोप्रधान बुद्धि वाले पक्की योगी बन, सच्ची-सेवा करने वाले मातेले बनना है

चिन्तन

जबकि इस spiritual-स्टडी़ के सर्वश्रेष्ठ-ख़ज़ाने से हम स्वर्ग की सुन्दर-परियां बन रहे… तो सदा इन अमूल्य ज्ञान-खज़ानो का बुद्धि में सिमरण कर योग द्वारा जीवन में लाते, सदा हर्षित-दिव्यगुण सम्पन्न चलन वाले सुन्दर परी-फरिश्ता बन… सबका कल्याण करते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


Recent Sakar Murli Churnings:

Thanks for reading this article on ‘Becoming a beautiful fairy, by using the biggest treasure! | Sakar Murli Churnings 03-03-2020’

Using the Intellect to control the Mind! | Sakar Murli Churnings 02-03-2020

Using the Intellect to control the Mind! | Sakar Murli Churnings 02-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. जबकि रूहानी बाप-टीचर-सतगुरू हमें सच्चा गीता ज्ञान-राजयोग सिखाकर कन्स्ट्रक्शन ऑफ डीटी डिनायस्टी, (100% प्योरिटी-पीस-प्रासपर्टी) कर रहे… तो देह-सहित सबकुछ भूल चुप रह अपने को आत्मा समझ बाबा को याद कर, विकर्म विनाश-निरोगी बन वर्सा प्राप्त कर ले (भल उल्टे संकल्प आए, उन्हें कंट्रोल करना है)… साथ में नशे से अविनाशी ज्ञान-रत्नों का दान कर ऊँच-पद पाना है (बैज पर भी समझा सकते, बाबा को याद करने से कृष्णपुरी पहुँच जाएंगे)

2. (मातेश्वरी जी)… कर्म-बन्धनों से परे जाने बाबा को समर्पित हो, उनकी मत पर चलना है (हिम्मत रख, तब ही खुशी में रह, बाबा के सच्चे मददगार बन सकेंगे)… जब समर्थ साथ है, तो सबकुछ सहज है (सिर्फ बुद्धि को पवित्र रखना है)

चिन्तन

जबकि बुद्धि-सारथी द्वारा ही मन-घोड़े का नियंत्रण होता, तो सदा श्रीमत-लगाम को दृढ़ता से पकड़… ज्ञान-योग-धारणा-सेवा में खुशी-खुशी ईश्वरीय-दिनचर्या प्रमाण आगे बढ़, सदा शान्ति-प्रेम-आनंद से भरपूर रह… सबके लिए श्रेष्ठ-उदाहरण बनते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


Recent Sakar Murli Churnings:

Thanks for reading this article on ‘Using the Intellect to control the Mind! | Sakar Murli Churnings 02-03-2020’