Sakar Murli Churnings 27-03-2019
1. भगवान है बिन्दु रूप जो हमें पावन बनाने आया है, तो वाणी से परे बाबा को याद करते रहना है, तब ही पावन सुखी बनेंगे… आँखों पर पूरी संभाल, समय का ध्यान रखना है… सर्वशक्तिमान बाबा हमारी कितनी रॉयल रूप से पालना कर रहे हैं, तो पूरा पुरूषार्थ करना है (अपने को आत्मा समझ बाबा को याद करने का)… सबको ईश्वरीय पैगाम भी देते रहना है
आज का वरदान!
2. मन से बाबा कहना है योग, और मुख द्वारा बाबा कहना है सेवा, यह है सबसे सहज विधि… तो सदा दिल से बाबा कहते, उसका प्रत्यक्शफल खुशी और शक्ति अनुभव करते रहे
सार
तो चलिए आज सारा दिन… जबकि बाबा हमारी सब तरह से इतनी श्रेष्ठ पालना कर रहे हैं, तो इसके रिटर्न में सदा ऊँची योगयुक्त स्थिति द्वारा शान्ति, प्रेम, आनंद का अनुभव करते रहे… तो स्वतः सेवा होती रहेंगी, सतयुग बनता रहेगा… ओम् शान्ति!