Drinking the nectar of spiritual knowledge! | Sakar Murli Churnings 27-06-2019
इस पुरुषोत्तम संगमयुग पर ही शिव भगवानुवाच होता हम सालिग्रामों प्रति, ज्ञान यज्ञ में विघ्न तो पड़ेंगे, फिर स्वाहा हो नई देवताओं की गोल्डन एजेड दुनिया बनेंगी… भगवान् रोज़ ऎसी नई-नई पॉइंट्स का ज्ञानामृत पिलाते, तो इस रोज़ की पढ़ाई और राजयोग द्बारा सम्पूर्ण पवित्र जरूर बनना है (ममत्व-मुक्त, सजाओं से छूटे, किसी को दुःख न देते), तो माला का दाना पास विद आनर, 21 जन्मों के लिए बन जाएँगे… हम पद्मपाद्म भाग्यशाली है, देने में ही लेना है
सार
तो चलिए आज सारा दिन… जबकि ज्ञान सागर बाबा हमें रोज़ ज्ञान अकृत पिलाते, तो सदा इस ज्ञान के चिन्तन-अनुभव-धारणा द्बारा सर्व प्राप्ति सम्पन्न श्रेष्ठ स्थिति में स्थित हो… सबको करते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!
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