Sakar Murli Churnings 27-12-2018
- भगवान की मत (पवित्र बनो, देही अभिमानी बनो, निरन्तर याद करो, आदि) पावन बनाती, सुख देती… रावण की मत (अर्थात देह भान से प्रभावित मत) पतित बनाती, दुःखी करती
- जो बाबा की श्रीमत पर चलते, वह स्वतः योगयुक्त वा धारणामूर्त रहते, उनकी सर्विस स्वतः श्रेष्ठ रहती… आगे चल, सबकी result का मालूम पड़ जाएगा
सार
तो चलिए आज सारा दिन… हर संकल्प वा हर कदम बाबा की श्रीमत पर चलते रहे, जिससे स्थिति स्वतः श्रेष्ठ रहती… जिससे हम भी खुश रहते, और सब को भी खुशी बांटते रहते… और ऎसे करते, हम फिर से इस धरा पर स्वर्ग को ले आएंंगे… ओम् शान्ति!