The power of churning! | चिन्तन की शक्ति | Sakar Murli Churnings 06-07-2019

The power of churning! | Sakar Murli Churnings 06-07-2019

1. विचार करना है, बाबा ने हमें कितना ऊंच-सतोप्रधान-विश्व का मालिक-सुखी बनाया था शिवालय-स्वर्ग-हेवन में, फिर रावण-वश हम कितने विकारी-पापी-दुःखी बन भटक गए… अब फिर से पुरूषोत्तम संगमयुग पर बाबा राजयोग का ज्ञान देकर हमें सिखाते घर गृहस्थ में रहकर पवित्र बन अपने को आत्मा समझ बाबा को याद-संग में रहने का पुरुषार्थ करना, जिससे पाप नष्ट हो फिर से निर्विकारी फूल बन जाते

2. इसको सहज करने पढ़ाई अच्छे से पढ, ड्रामा पर अचल रहना है… औरों को भी सुनाते रहना है, जो समझने वाले होंगे वह समझेंगे, बाकी हमारी सेवा निष्फल नहीं जाती

चिन्तन

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि बाबा ने हमें विचार सागर मंथन करने की इतनी सुन्दर कला सिखाई है, तो रोज की मुरली में से कम-से-कम 5 पॉइन्ट लिखने की आदत डाले… फिर धीरे-धीरे हम सारा दिन मुरली पढ़ते-चिन्तन करते सदा श्रेष्ठ स्थिति में स्थित शान्ति-प्रेम-आनंद से भरपूर-सम्पन्न रहते… सबको करते, सतयुग बनाते रहेंगे… ओम् शान्ति!


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