योग कमेंटरी | मैं फरिश्ता हूँ | I’m an Angel
मैं बहुत हल्का हूँ… सब बोझ बाप को दे दिए हैं… मैं निश्चिंत हूँ
मैं डबल लाइट हूँ… आत्मा भी लाइट, शरीर भी लाइट… हल्का और प्रकाशमय
मैं लाइट रूपधारी हूँ… प्रकाशमय काया… जिसके चारों ओर लाइट ही लाइट फैल रही है… पारदर्शी हूँ… मुझे कोई छू भी नहीं सकता
मैं फरिश्ता हूँ… फ़र्श से कोई रिश्ता नहीं… सर्व रिश्ता एक बाप से
मैं बाप समान हूँ… कदम-कदम पर फॉलो फादर करने वाली आत्मा हूँ
मैं सबको देने अया हूँ… शुभ भावना, दुआएं, आशीर्वाद, आदि
मैं कर्मातीत बन्धनमुक्त हूँ… कोई भी रस्सीयां मुझे खींच नहीं सकती
मैं अव्यक्त हूँ… व्यक्त भान से परे… व्यक्तियों से भी परे
मैं सूक्ष्मवतन वासी हूँ… यहाँ अवतरीत हुआ हूँ… नयी सतयुगी सृष्टि की स्थापना करने… ओम् शान्ति!
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