Pulling our line of fortune long! | पद्मापद्म भाग्यशाली बनने की सहज विधि | Avyakt Murli Churnings 18-08-2019

पद्मा

1. आज बीजरूप बाबा अपनी सर्व शक्तियां लेने वाले, सारे वृक्ष की आधार-मूर्त आत्माओं को देख रहे… संगमयुग पर स्वयं भगवान् ने हमें भाग्य लिखने की कलम दी है, बेहद-सर्व प्राप्तियों का भण्डार खुला है, जितना चाहे ले सकते

2. अब भी तू-लेट नहीं हुआ, बाबा हमें बाप-सतगुरू के रूप में वरदानों से भरपूर कर रहे (हिम्मत से मदद मिलती है), अलबेले नहीं बनना… फिर बाबा को साक्षी होना पड़ेगा, इसलिए भगवान्-भाग्य दो शब्द याद रख पद्मापद्म भाग्यवान बनना है…

3. बाबा अपने साथ-सहयोग-वरदान-वर्सा द्बारा हमें हिम्मत-पंख दे:

  • मजबूत करते, तो मजबूर नहीं होना है
  • मोजों के युग में मुँजना नहीं है
  • के-के, गे-गे के गीत के बनाए ‘पा लिया” का गीत गाना गई

पार्टियों से मुलाकात

1. हमें नया-अलौकिक जन्म-जीवन-बाप-वर्सा मिला है, तो पुराना-पन को याद (बॉर्डर क्रॉस) नहीं करना है… अभी बिजनेस-मैन बन हर कदम में पदमों की कमाई जमा कर, आगे से आगे बढ़ते रहना है

2. डबल लाइट फ़रिश्ता अर्थात सदा उड़ती कला, ऊँची स्थिति में… माया-धरणि के आकर्षण से ऊपर, सदा विजयी-निश्चिंत

3. सहज-स्वतः-निरन्तर-कर्म योगी अर्थात सर्व सम्बन्धों से बाबा को अपना बनाने वाले (तो और कहीं याद जा नहीं सकती)…

4. बाबा याद रहने से प्राप्तियां-शक्तिशाली होते, और वर्सा याद रहने से खुशी होती (खुशी ही जीवन है)

5. कुमार अर्थात श्रेष्ठ-रूहानी-शक्तिशाली, जो चाहे कर सकते… लडा़ई-दुःख-धोखे से परे रहते, औरों को भी बचाने वाले, निमित-शक्तिशाली सेवाधारी

6. हम मास्टर-सर्वशक्तिमान स्वराज्य-अधिकारों है, अधीन होने वाले नहीं (व्यक्ति-वैभव से)… इसी स्मृति से सदा मायाजीत-विजयी रहना है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… भगवान्-भाग्य दो शब्द स्मृति में रख, भगवान् से सर्व प्राप्ति-खजा़नों से सम्पन्न बन अपने भाग्य को सर्वश्रेष्ठ बनाते… सदा मौज में ऊँची स्थिति में स्थित रह, सबको श्रेष्ठ बनाते, हर कदम पर पदमों की कमाई जमा करते-कराते, सतयुग बनाते रहे… ओम् शान्ति!


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