The joy of Shrimat! | Sakar Murli Churnings 30-09-2019

The joy of Shrimat! | Sakar Murli Churnings 30-09-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

याद से पाप-कट हो पावन-सतोप्रधान बनते, श्रीमत पर चलने वालो को यह राय बहुत अच्छी लगेंगी (जो आज्ञाकारी-फरमानवरदार है, बाबा को फॉलो करते)… उनका दीप जागृत हो (21 जन्मों के लिए ज्ञान-घृत भर जाता, सुधर जाते, क्रोध भूत से परे), और ऊँच पद पाते सुखधाम में, यह कल्प-कल्पान्तर की बाजी़ है … बाबा पर कुर्बान हो, सब की सेवा करते रहते

चिन्तन

जबकि हमें सर्वश्रेष्ठ बाबा की श्रीमत मिल गई है, तो सदा माया-व्यर्थ को डोंट केयर कर… सदा बाबा की दी हुई श्रेष्ठ दिनचर्या और मनचर्या (ज्ञान-योग युक्त जीवन) को फॉलो कर, समस्याओं को बाबा पर अर्पण कर, सहज शान्ति-प्रेम-आनंद से भरपूर, सर्व-प्राप्ति-सम्पन्न बनते-बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति! 


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