The spiritual gallows! | Sakar Murli Churnings 15-10-2019
मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है
सार
सिर्फ एक ही बार, एक ही नॉलेजफुल-क्रिएटर-बीज़रूप बाप-टीचर-सतगुरु हमें direction देते, कि… अपने को आत्मा समझ बाबा को लव से याद करो (जो हमारी ऐक्टिविटी-देवी स्वभाव-सर्विस से दिख जाता, हम इच्छाओं से परे रहते)… जिससे ऊँच पद मिलता, स्वर्ग-जीवनमुक्ति के वर्से में (वाया घर-मुक्ति)… सिर्फ देवता धर्म वाले ही यह पुरूषार्थ करेंगे, हम सारे ड्रामा को जानते, इसलिए साक्षी हो श्रेष्ठ पार्ट बजाना है
चिन्तन
जबकि हमें याद की सर्वश्रेष्ठ मीठी फांसी मिली है (जिससे माया-पुराने संस्कार समाप्त हो जाते)… तो सदा बुद्धि को ऊपर लटका के, बाबा से सर्व गुण-शक्तियों का शक्तिशाली अनुभव करते… सर्व-प्राप्ति-सम्पन्न दिव्यगुण-सम्पन्न बनते-बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!
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