Becoming number one! | Sakar Murli Churnings 26-10-2019
मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है
सार
1. बाबा हमें सारे सृष्टि का पास्ट-प्रेजेंट-फ्यूचर सुनाते… मुख्य बात, सतयुग-त्रेता की हिस्ट्री-geography और वर्तमान आबू की सर्वश्रेष्ठ महिमा (जिस महान-तीर्थ से ऊँच-ते-ऊँच निराकार बाप-टीचर-सतगुरु शिवबाबा सारे विश्व की सद्गति करते)
2. बाबा से योग द्बारा ही बुद्धि रिफाइन होती… सबकी पढ़ाई-पवित्रता-सेवा-आज्ञाकारीता तो नम्बर-वार ही होती, हमें श्रेष्ठ जरूर करना है… ज्ञान को उगारते, कोई भी उल्टा कर्म नहीं करना है, अपनी जीवन ईश्वरीय सेवा में सफल करना है
चिन्तन
नम्बरवार होते भी नम्बर-वन बनने लिए… सदा बाबा की श्रीमत को सर्व-प्रथम महत्व देते, प्रवृत्ति-व्यवहार में रहते भी बुद्धि में बाबा की श्रेष्ठ स्मृतियों को रखते, सदा अपना तीव्र आंतरिक पुरूषार्थ करते… योग के लिए समय निकालते, सदा दिव्यता-शान्ति प्रेम आनंद से सम्पन्न अलौकिक स्थिति का अनुभव करते-कराते, सब को आप-समान बनने की प्रेरणा दिलाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!
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