The spiritual talent! | Sakar Murli Churnings 07-11-2019
मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है
सार
1. जैसे साइंस वाले चांद तक जाते… हमारा भी योग का रूहानी हुनर हैै:
- वे चांद तक जाते… हम उससे भी परे (मुलवतन-स्वीट हॉम शान्ति-मुक्तिधाम) जाते
- उन्हें बहुत खर्चा होता… हम कोई खर्चा नहीं
- उन्हें जीवन का डर रहता… हमारा तो शरीर यहीं रहता
- उन्हें बहुत सौगातें मिलती… हमें तो 21 जन्म स्वर्ग के बादशाही की prize स्वयं बाप देते
- वह रॉकेट में जाते… हम तो खुद ही आत्मा-रूपी रॉकेट है
- वह आवाज़ करते… हम शान्त रहते
- वह है जिस्मानी science का हुनर… यह है रूहानी silence का हुनर
- वह खोज करने जाते, प्लॉट बनाने का सोचते… हमें तो सम्पूर्ण ज्ञान है (यह सिर्फ बेहद-माण्डवे की बत्तियां है)
2. इस संगम पर स्वयं सुप्रीम-बाप हमें यह highest ज्ञान-पढ़ाई-शिक्षा देते… जिससे हम सद्गति-जीवनमुक्ति पाते, स्वर्ग में, दिव्यगुण-सम्पन्न देवता लक्ष्मी-नारायण रूप में
3. मुख्य है योगबल से पावन बनना (भल माया आए)… हमारी तो बाबा से लव marriage है (वह हमें 21 जन्म की बादशाही देते)… बाकी थोड़ा समय है, सब की बहुत अच्छे से सेवा करनी है
चिन्तन
जबकि हम राजयोग का सर्वश्रेष्ठ हुनर जानते… तो सदा अपने जीवन को सर्वश्रेष्ठ धारणा-मूर्त बनाएं, विधिपूर्वक योग का अभ्यास कर, उनकी सर्व प्राप्तियों से सम्पन्न, सदा दिव्यता-शान्ति प्रेम-आनंद से भरपूर रहते-करते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!
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