Achieving the highest position! | Sakar Murli Churnings 23-11-2019
मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है
सार
1. हम लकी सितारे जितना आत्मा समझ सर्वशक्तिमान बाबा को याद करते (बाकी सब भूल)… उतना पवित्र बन, मुक्ति-जीवनमुक्ति में पहुँच जाते (नई-सतोप्रधन दुनिया स्वर्ग-शिवालय के मालिक, 21 पीढ़ी सुख-धन सम्पन्न)…
2.
- जितना पुरूषार्थ, उतना पद… (हमें तो पास विद् आनर लक्ष्मी-नारायण बनना है)
- इसलिए चार्ट रखना है… (हमारा बाप-टीचर-सतगुरु बैठा है; हमें पावन बनने का रास्ता दे, फिर साथ ले जाने)
- फॉलो फादर करना है
3. हम सारे चक्र को जानते (तो अच्छे से खूब सेवा करनी है… इसके लिए होशियार बनना है, चित्र तो हमारे पास है, गाँव-गाँव में सेवा करनी है)
चिन्तन
जबकि हमें विश्व का सर्वश्रेष्ठ पद लक्ष्मी-नारायण बनने का चान्स मिला है… तो सदा श्रेष्ठ संकल्पों में रमण करते, दिन में बार-बार बुद्धि की तार बाबा से जोड़ते… सदा अपने अन्दर शान्ति-प्रम-आनंद की ऊर्जा बढ़ाते, सहज परिवर्तन अनुभव करते, सदा खुश रहते-करते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!
Recent Sakar Murli Churnings:
Thanks for reading this article on ‘Achieving the highest position! | Sakar Murli Churnings 23-11-2019’