Becoming Perfect, in God’s love! | बाप समान सम्पन्न और सम्पूर्ण बनने की सहज विधि | Sakar Murli Churnings 18-01-2019
1. हम अविनाशी आत्माओं की प्रीत एक बाप से लगी है (अर्थात हम शमा बाप पर कुर्बान गए हैं)… तो बाबा भी हम पर 21 जन्मों का वर्सा दे कुर्बान जाते हैं!… तो योग-अग्नि द्वारा बाप समान जरूर बनना है!
2. Check करना है, क्या हमने बाबा से सब कुछ ले लिया है? (अर्थात लक्ष्मी-नारायण समान perfect बन गए हैं?)… अगर नहीं, तो खामियां निकालने (अर्थात भूतों को भगाने) का पूरा-पूरा पुरूषार्थ करना है… बाबा को सबकुछ बताकर, उनकी राय पर चल (और current ले) विजयी बनना है… आत्मिक दृष्टि और बाबा की याद का अभ्यास बहुत पक्का करना है
3. ज्ञान की मस्ती में रहना है, हम तो आत्मा है… शरीर में जरा भी ममत्व न रहे, हम तो सिर्फ सर्विस के लिए इसमे आए हैं… तो ऎसी ऊँची अवस्था हो जाएगी, बाकी सभी ख्यालात समाप्त हो, सर्विस खूब अच्छी करते रहेंगे… हमें तो सब का जीवन बनाना है!
4. सुबह उठकर और सोने से पहले, बाबा को याद जरूर करना है… तो बाबा के प्यार की कशिश होगी… अंत मे पछताने से बच जाएंगे!
अव्यक्त महावाक्य
वर्तमान समय Silence की शक्ति द्वारा अपनी अवस्था को refine करना है (अर्थात कम शक्ति वा समय खर्च कार्य सौगुणा करना है)… नहीं तो छोटी बातों का फाइन भी बढ़ता जाता है… दोनों नज़ारे अति में जाए, साथ साथ दिखाई दे रहे हैं
सार
तो चलिए आज सारा दिन… बाबा पर पूरा-पूरा कुर्बान हो लक्ष्मी-नारायण समान Perfect बन जाएँ… ऎसी ऊँची अवस्था हो, कि बाकी सब ख्यालात समाप्त हो, बहुतों का जीवन श्रेष्ठ बनाते रहे… तो हम बहुत ही जल्दी सतयुगी श्रेष्ठ सृष्टि लाने के निमित्त बन जाएंगे… ओम् शान्ति!