Remembering Baba in variety of ways! | Sakar Murli Churnings 27-01-2020
मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है
सार
जबकि नई सतयुगी-सुख की देवताई राजधानी-वर्सा हमारे सामने है (ऊँच ते ऊँच ज्ञान-सूर्य बाबा, संगम पर एक्यूरेट टाइम पर आकर सुनवाई कर ज्ञान पढाते)… तो सदा याद-योग silence के बल द्वारा (बगीचे-खाने पर… छुट्टी ले कर भी याद कर सकते)… सबसे प्रेम-नम्रता से चल, फर्स्टक्लास-मीठे-सुखदाई बोल द्वारा सेवा करनी है (शौक से)
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