Using the Intellect to control the Mind! | Sakar Murli Churnings 02-03-2020

Using the Intellect to control the Mind! | Sakar Murli Churnings 02-03-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. जबकि रूहानी बाप-टीचर-सतगुरू हमें सच्चा गीता ज्ञान-राजयोग सिखाकर कन्स्ट्रक्शन ऑफ डीटी डिनायस्टी, (100% प्योरिटी-पीस-प्रासपर्टी) कर रहे… तो देह-सहित सबकुछ भूल चुप रह अपने को आत्मा समझ बाबा को याद कर, विकर्म विनाश-निरोगी बन वर्सा प्राप्त कर ले (भल उल्टे संकल्प आए, उन्हें कंट्रोल करना है)… साथ में नशे से अविनाशी ज्ञान-रत्नों का दान कर ऊँच-पद पाना है (बैज पर भी समझा सकते, बाबा को याद करने से कृष्णपुरी पहुँच जाएंगे)

2. (मातेश्वरी जी)… कर्म-बन्धनों से परे जाने बाबा को समर्पित हो, उनकी मत पर चलना है (हिम्मत रख, तब ही खुशी में रह, बाबा के सच्चे मददगार बन सकेंगे)… जब समर्थ साथ है, तो सबकुछ सहज है (सिर्फ बुद्धि को पवित्र रखना है)

चिन्तन

जबकि बुद्धि-सारथी द्वारा ही मन-घोड़े का नियंत्रण होता, तो सदा श्रीमत-लगाम को दृढ़ता से पकड़… ज्ञान-योग-धारणा-सेवा में खुशी-खुशी ईश्वरीय-दिनचर्या प्रमाण आगे बढ़, सदा शान्ति-प्रेम-आनंद से भरपूर रह… सबके लिए श्रेष्ठ-उदाहरण बनते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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