Belonging to God again after 5000 years! | Sakar Murli Churnings 16-03-2020
मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है
सार
जबकि 5000 वर्ष बाद हम बाबा के बने हैं, अब जागृति आई है, हम फिर से सूर्यवंशी-देवता बन रहे अमरलोक-सुखधाम के… तो सच्चाई से अपने को अमर-आत्मा समझ, निराकार पतित-पावन बाबा को याद कर, पावन-सदा हर्षित-कर्मातीत बन जाए (तीनों लोकों में सैर करते, माया के भिन्न-रूपों से परे रह)
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