The spiritual amulet (ताबीज) of remembrance, to go beyond all sorrow! | Sakar Murli Churnings 21-03-2020
मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है
सार
जबकि स्वयं भगवान् हमें राजयोग-अग्नि द्वारा पावन-सतोप्रधान-सुखदाई बनाकर सुखधाम में सुख-चैन दिलाते 21 जन्म… तो सदा अशरीरी बन अपने मीठे पतित-पावन सुख-शान्ति दाता बाबा की याद करते, अपने रूप-बसंत चलन द्वारा सबकी सच्ची सेवा करते रहे… प्रदर्शनी-आदि में भी सेवा करते रहें (वे भी याद द्वारा पावन-सतोप्रधान बनने लगे)
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