Making silent efforts! | Sakar Murli Churnings 28-03-2020
मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है
सार
1. झरमुई से परे एकान्त में निराकार पतित-पावन बाबा को याद कर (विकर्म विनाश-पावन हो), आत्म अभिमानी-हर्षित रहना है, नहीं तो देह-विकारों को याद करेंगे… यही शिवबाबा का ज्ञान शीतल करेंगा
2. साथ में वर्सा तो है ही (हम पूज्य-देवता बनने वाले है, पवित्रता-सुख-शान्ति सम्पन्न, एक धर्म-राज्य-भाषा)… बूंद-बूंद सफल कर, सबको आप-समान जरूर बनाना है (सर्विस के ख़्यालात चलते रहे)
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