Being powerful, sweet & free from desires this Christmas! | Avyakt Murli Churnings 12-04-2020

Being powerful, sweet & free from desires this Christmas! | Avyakt Murli Churnings 12-04-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. हम पवित्रता के किले में सुख-शान्ति सम्पन्न छोटा संसार है… पवित्रता अर्थात्‌ कामना-जीत (चाहे वस्तु-व्यक्ति-सम्बन्ध निभाने-सेवा में)… कामना की परख आकर्षण-अच्छाई से भी परे (जिसकी परख लगाव-झुकाव), और ईर्षा-वैर से भी परे (जिसकी परख जिद्द-सिद्ध-दिखाना-मैं मैं… इसलिए अभिमान-अपमान से परे शुभ भावना-स्वमान में रहना)… जबकि बाबा के पास आने का भाग्य मिला है, तो अब सभी विघ्न-रूप कमजोरी का त्याग

2. क्रिसमस का आध्यात्मिक रहस्य:

  • आज बाबा ने कहा… इस मनुष्य सृष्टि वृक्ष में… निराकार बाबा है बीजदो पत्ते है आदि मात-पिता… तना है हम ब्राह्मण… फिर शाखाएं
  • बुरे दिन समाप्त हो बड़े दिन आना, इसलिए बुजुर्ग-ब्रह्मा दिखाते
  • ज्ञान-गुण-शक्तियों की सौगात, जो 21 जन्म चलती (कमाने की भी आवश्यकता नहीं!)
  • किशमिश डे… सदा मीठी दृष्टि-बोल-कर्म से कड़वी धरणि को भी परिवर्तन करना (जैसे बाबा ने हमे किया)

3. कुमार अर्थात् शक्तिशाली हो तीव्र गति से आगे बढ़ने वाले, विघ्नों-पेपर पर भी अपना श्रेष्ठ प्रभाव डालने वाले… कुमार अर्थात्‌ निर्बन्धन-उड़ती कला द्वारा श्रेष्ठ शान्ति-स्थापना के कार्य में निमित्त बनना

4. (यादप्यार)… मधुरता से श्रेष्ठ बनने-बनाने के वरदान द्वारा आगे बढ़ते-बढ़ाते… मिठास की बधाई


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