Making this invaluable time successful by increasing our purity! | Sakar Murli Churnings 15-04-2020
मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है
सार
ड्रामा अनुसार सिर्फ इस संगम पर स्वयं निराकार मात-पिता, मोस्ट ओबीडियन्ट सर्वेन्ट बन हमे सारा ज्ञान-श्रीमत देते… तो इस अमूल्य ब्राह्मण-जीवन में अपने को अविनाशी-आत्मा समझ पतित-पावन की याद द्वारा पावन-देवता अवश्य बनना है (प्रैक्टिस करते एकरस-कर्मातीत बनते जाएंगे), बिल्कुल क्षीरखण्ड-प्रेम-दिव्यगुण सम्पन्न (जबकि हम ईश्वरीय-सन्तान है)… साथ में खुदाई-खिदमतगार बन कल्याण-अर्थ सबकुछ सफल कर, स्वर्ग-अमरलोक में ऊँच पद पाना है
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