Answers from Sakar Murli 02-05-2020 (& सार)

सार

जबकि दुरदेश से आकर बागवान-खिवाया बाबा हमें पवित्र-पुरुषोत्तम देवता बना रहे (पावन दुनिया-सुखधाम के)… तो अब गफलत न कर चार्ट रख, देही-अभिमानी बन याद से पावन बन, सर्विस कर ऊँच पद पाए

Answers from Sakar Murli 02-05-2020

1. “आप और बाप” दोनों ऐसा _____ रहो जो तीसरा कोई अलग कर न सके।

      ° *कम्बाइण्ड*

2. _____ की लाइट का ताज है। तुम पढ़ते हो _____ बनने के लिए।

      ° *पवित्रता*, पुरूषोत्तम

3. _____ की विशेषता द्वारा स्व और सर्व का उद्धार करने वाले आधार और उद्धारमूर्त भव

      ° *उदारचित*

4. *संगमयुग* की कौन-सी मुख्य विशेषता आज की मुरली में वर्णन है? 

      ° इस जन्म में अगले जन्मों की प्रालब्ध पाना – यह सिर्फ इस संगमयुग पर ही होता है। (साथ में अभी प्रत्यक्षफल तो मिलता ही है!)

5. बुद्धि में है हम इस समय _____ सम्बन्ध में हैं फिर _____ सम्बन्ध में जायेंगे। 

      ° *ब्राह्मण, दैवी*

6. यह सब नाटक के _____ हैं। हर एक आत्मा शरीर के साथ _____ करती है। 

      ° *एक्टर्स*, एक्ट

7. बाप को याद करते-करते तुम _____ बन जायेंगे, फिर _____ आत्मा उड़ेगी।

      ° पावन, *पवित्र*

8. *ऊँच पद* कैसे पाएंगे? 

      ° जितना-जितना याद किया होगा, सर्विस की होगी उतना ऊंच पद पायेंगे

9. तुम जानते हो हमको पढ़ाने वाला _____ बाप है। हम भी गुप्त एक _____ पर हैं। 

      ° बेहद का, यात्रा

10. योग के लिए भी _____ है। ज्ञान के लिए भी _____ है। 

      ° ज्ञान, *ज्ञान*

11. _____ बार ज्ञान सागर आकर पढ़ाते हैं नई दुनिया अमरपुरी के लिए।

      ° *एक ही*

12. बाबा के कौन से *3 नये सुन्दर टाइटल्स* आज मुरली में है? 

      ° *बागवान*, खिवैया, कमान्डर

13. चार्ट चेकिंग में कौन से *2 स्थान* बाबा ने आज याद किये (जहां भी बाबा को याद कर सकते)

      ° *बगीचा*, दुकान 

14. _____ नहीं बनेंगे तो फिर धर्मराज पुरी में सजायें भी खानी पड़ेगी। अन्त समय में _____ न करना पड़े उसके लिए बाप राय देते हैं – बच्चे, अच्छी रीति पढ़ लो। 

      ° *पावन* , पश्चाताप्

15. संग में आकर _____ नहीं होना चाहिए। माया _____ काम कराने के संकल्प लाती है।

      ° *लूज़* , रांग

16. अभी बाप आये हैं पुरूषार्थ कराने, यह _____ चांस है। बच्चे, _____ को याद करो, इससे अन्त मती सो गति हो जायेगी, घर चले जायेंगे। 

      ° लास्ट, *घर* (परन्तु सिर्फ घर को याद करेंगे तो पाप विनाश नहीं होंगे। बाप को याद करेंगे तो पाप विनाश हो और तुम अपने घर चले जायेंगे इसलिए बाप को याद करते रहो)

17. तुम _____ सबको रास्ता बताते हो, यह है _____ यात्रा का रास्ता।

      ° पण्डे, *रूहानी*

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