Murli Yog 28.9.24
मीठे, लाड़ले, कल्याणकारी 💫 के संग, पास रह दिव्य सुख, शान्ति, बड़ी आयु की अमर प्राप्ति; अर्थात् सर्व वरदान, गुण 🌈. खज़ानों 🪙 से सम्पन्न राजा; दाता ✋🏻, अखण्ड महादानी बनना; सहनशील, साक्षी हो हर खेल मज़े से, मायाजीत हो देखना… Murli Yog 28.9.24!
इस अनादि नाटक में कल्याणकारी, पुरूषोत्तम संगम पर… ऊंच ते ऊंच परमपिता; बेहद ज्ञान सागर 🌊, चैतन्य बीज, टीचर; साथ ले जाने वाला सतगुरू, निराकार… हम निराकार आत्माओं 🪔 को पढ़ाते; हम कानों द्वारा सुनने वाले रूहानी, मीठे, लाड़ले बच्चे है…
… ऐसे समझदार हो, एकान्त में याद, राजयोग द्वारा पावन, सतोप्रधान बन मुक्ति में बाबा पास जाते… फिर सर्वगुण सम्पन्न देवता, डबल सिरताज लक्ष्मी-नारायण 🫅🏻👸🏻 मालिक बनने का ऊंच पद 🏆 पाते…
… उस नई दुनिया की बादशाही के वर्से में; जहां बहुत सुखी, धनवान, शान्ति में रहते… सतोप्रधान शरीर की आयु बड़ी अर्थात् आयुश्वान भव का अमर वरदान मिला हुआ है (गर्भ महल से बाहर आना भी जैसे बीजली चमकती!)… एक धर्म, राज्य, भाषा!
यह सारा ज्ञान हमारी बुद्धि में धारण रहता; जिससे चक्रवर्ती राजा बनते… और औरों को भी समझा सकते, बन्धनमुक्त बन… बाबा को अपना गुप्त, पूरा वारिस बनाते; बाबा हमारा सबकुछ आपका, आपका सब हमारा (अर्थात् हम भी वारिस!); कितना अच्छा सौदा 🤝🏻 है!
हम सर्व खज़ानों से सम्पन्न श्रेष्ठ आत्माएं 🕯️, दाता के बच्चे मास्टर दाता, अखण्ड महादानी; एक सेकण्ड भी दान दिये बिना नहीं रहते; इसलिए राजा बनते… साक्षी हो हर खेल देखते 👁️; जो हो रहा अच्छा, जो होने वाला और अच्छा; मज़े से, मायाजीत हो… हम सहनशील आत्मा; व्यर्थ भाव, स्वभाव से परे है!
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