Murli Yog 1.10.24

Murli Yog 1.10.24

सर्व प्राप्तियां 🌈, खज़ाने, गुण, शक्तियों ⚡ के भाग्य की कमाई जमा करने का एकमात्र उपाय – दिव्य आत्म-अभिमानी स्थिति द्वारा प्यार से बाबा की याद… Murli Yog 1.10.24… एक तारीख को; दिल ❤️ वा मन 💭 में भी एकानामी रहना, तो बोल में भी सिर्फ एक बाबा हो!

हम रूहानी बच्चों अर्थात् आत्माओं 🪔 को बाबा समझाते… तो यह ‘आत्मा हूँ’ की मूल, मुख्य पाठ वा प्रेक्टिस को… एकान्त, साइलेन्स में; फुर्सत निकाल पक्का करना है…

… इससे ही उस आत्माओं के, रूहानी, अनादि परमपिता की याद भी पक्की ✊🏻 रहती… क्योंकि वह भी निराकार आत्मा है; सिर्फ सुप्रीम, ऊंच ते ऊंच… तो उन्हें प्यार ❤️ से याद करते!

इससे ही पावन, सतोप्रधान, पुण्य आत्मा बनने का वर्सा पाते… जिसकी प्रालब्ध वहां शिवालय, दिन में सुख पाते; अमर, आयुश्वान भव वाली फुल 💯 आयु… तो पवित्र बन, दिव्यगुण भी धारण करते (वाणी से परे, मूलवतन घर भी जायेंगे; हम सितारे!)

तो कितनी अच्छी नॉलेज, शिक्षा इस गॉडली यूनिवर्सिटी 🏫 में स्वयं भगवान् 🛐 हमें पढ़ाते (आदि देव, भाग्यशाली रथ द्वारा; एडाप्टेड़ ब्राह्मण बनाये!)… तो यह पैगाम दे, कल्याण करने वाले फूल 🌸 ही बाबा के दिल पर चढ़ते (ज्ञान डांस भी अच्छा होता; सामने बैठने चाहिए!)

हम शमा 🔥 पर स्वयं को इतना मिटाते; जो पुराने, ‘मेरे’ संस्कार, नेचर समाप्त हो; बाप समान अव्यक्ति फीचर्स बनते… हमारी मुख्य फाउण्डेशन पवित्रता को धरत परिये धर्म नहीं छोड़ते… यह पवित्रता ✨ ही परमात्म ज्ञान की नवीनता है; इससे ही ज्ञानी, योगी आत्मा बन सकते; तो सम्पूर्ण लगाव-मुक्त हो प्रकृति को भी पावन करने की सेवा करते!


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