Becoming truly knowledgeful | सच्चे ज्ञानी के लक्षण | Avyakt Murli Churnings 10-02-2019

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Becoming truly knowledgeful | सच्चे ज्ञानी के लक्षण | Avyakt Murli Churnings 10-02-2019

तीन प्रकार के बच्चे

  • भक्ति की भावना वाली आत्माएं… यथाशक्ति, शान्ति प्रेम ज्ञान खुशी का थोड़ा अनुभव करती… लेकिन indirect, अन्धश्रद्धा से मिक्स
  • परिचय के अधार से बाप और परिवार प्रति भावना वाली आत्माएं… बह भी कहती मेरा बाबा, प्यार मे बहुत खुशी में दिखती … लेकिन शक्तिशाली न होने के कारण सदा खुश नहीं रह सकते… वर्से के हकदार तो बने, लेकिन पूरा वर्सा नहीं ले पाएंगे
  • सच्चा ज्ञानी अर्थात मास्टर सर्वशक्तिमान, स्वराज्य अधिकारी, सर्व गुण शक्तियों जब चाहे स्वयं वा सर्व प्रति use कर सके… सम्पूर्ण वर्से के अधिकारी, राज्य पद अधिकारी

अन्य पॉइन्ट्‍स

1. बाबा ने हमें भय से मुक्त किया है, मृत्यु का भी (हम तो अविनाशी आत्मा है) और रहे हुए कामों का भी (सब बाबा को सौप दिया है)… जो खुद ऎसे मुक्त है, वही औरों को सुख-शान्ति दे सकते… आगे चलके प्रसिध्द होगा कि यही शान्ति का यथार्थ स्थान है, तो सबकी शान्ति की अनुभव कराते रहना है

2. हम शान्ति का पैगाम वा सन्देश देने वाली संदेशी आत्माएं है, महादानी, वरदानी है… ऎसे अपने भिन्न-भिन्न टाइटल्स को स्मृति में लाते ही खुशी होती, स्वतः सेवा याद आती

3. हम डबल लाइट फरिश्ते है… फ़र्श (अर्थात पुरानी देह और दुनिया) का कोई बोझ नहीं, सदा उड़ते हुए… अभी समय है ऎसे फरिश्ते बनने का… इसी एक शब्द फरिश्ता, जो कि बाबा का वरदान है, उसे याद रखना है, तो मालामाल बन जाएँगे

सार

तो चलिए आज सारा दिन… सच्चा ज्ञानी बन सदा बाप से combined रह, शक्तिशाली स्थिति का अनुभव करते रहे… और फरिश्ता बन सदा हल्का रहे, सबको सुख-शान्ति का वरदान देते रहे, भगवान से जुड़ाते रहे, सतयुग बना ले… ओम् शान्ति!

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