Sakar Murli Churnings 08-03-2019
1. बाबा हम संगमयुगी ब्राह्मणों (ईश्वरीय औलाद) को wonderful बातें सुनाकर रिफ्रेश कर देते हैं… तो मास्टर ज्ञान सागर बन विचार सागर मंथन कर नई-नई topics पार लिखना और फिर भाषण करना है (काल पर विजय प्राप्त कैसे करे?, देवी-देवता धर्म अथवा विश्व में शान्ति कैसे स्थापन होती है?)… फिर एक ही topic पर सब जगह समझाना है, तो बहुत अच्छी सेवा होगी, यूनिटी भी अच्छी दिखेंगी
2. ज्ञान-वन बनने के साथ योग में पक्का अवश्य बनाना है… इसके लिए ऎसी प्रैक्टिस करे (आत्म-अभीमानी, बाबा की याद, आत्मिक दृष्टि आदि के), कि यह अभ्यास जम जाएं… यही मेहनत है ऊंच पद पाने की, अथवा विश्व का मालिक बनने की… तो अपने भिन्न-भिन्न titles (लाइट हाउस, सर्जन, धोबी आदि) और स्थानों (मूलवतन, सूक्ष्मवतन, आदि) का चिन्तन कर उनका अनुभव करना है
सार
तो चलिए आज सारा दिन… पावरफुल योग द्वारा सदा योगयुक्त स्थिति में रहे, फिर ज्ञान चिन्तन और सेवा द्वारा अपने समय को सफल करते रहे… तो हम बहुत ही जल्द इस विश्व पर सतयुग लाने में सफल बन जाएँगे… ओम् शान्ति!