Creative Song / Poem | Amritvela Song Brahma Kumaris
(गीत)
अमृतवेला शुद्ध पवन ?️ है, मिलने का नया उमंग है
आँख खुली बाबा याद आया, उत्साह का फैला तरंग है
(अमृतवेला शुद्ध पवन है…)
प्रभु का मधुर निमंत्रण, साथ बैठो आमंत्रण है
संग में रंगने की वेला, सद्गुणों का मेवा ही मेवा है
जीवन में भरे सतरंग ?
(अमृतवेला शुद्ध पवन…)
खज़ानों के खुले भण्डार, सर्व प्राप्ति होती अथाह है
बाबा बैठे हैं दिव्य वरदान लुटाने, पापों को मिटाने
मन को करे सुमन ?
(अमृतवेला शुद्ध पवन…)
शक्तियां पाने की अमर वेला, है भाग्य की निर्मल वर्षा ?️
खुशियों से भरे अन्तर झोली, बांटे दिनभर मधुर बोली
धरती करती जिसे नमन
(अमृतवेला शुद्ध पवन…)
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