Answers from Avyakt Murli 26-04-2020



Answers from Avyakt Murli 26-04-2020

1. जितना स्वयं खुश रहेंगे उतना दूसरों को _____ सुनायेंगे।
° *खुशखबरी*

2. बाप का वर्सा बच्चों का अधिकार है। तो अधिकार सदा _____ मिलता है।
° *सहज*

3. कौन किससे मिलने आये है?
° हम *गाडली फ्रैन्डस* (स्नेही-सहयोगी-शक्तिशाली) को, हमारे *मन के मीत* मिलने आए हैं

4. हर कर्म _____ के रूप में गायन योग्य बनाने वाले महान आत्मा भव
° *चरित्र*

5. भरपूर चीज कभी _____ में नहीं आती। सम्पन्न बनना अर्थात् _____ बनना।
° हलचल, *अचल*

6. *रूहानी गुलाब* अर्थात् कौन?
° सदा अविनाशी रूहानियत की खुशबू में रहने वाले और रूहानी खुशबू देने वाले (माया से मूर्च्छित न हो)

7. संकल्प और स्वरूप दोनों ही समान हो। यही _____ है।
° *महानता*

8. जितना _____ बनेंगे उतनी नवीनता टच होगी। और _____ के बल से सफलता होगी।
° योगयुक्त, *याद*

9. सेवा के निमित्त बनना अर्थात् _____ मिलना … सेवा के निमित्त बनने से और क्या प्राप्तियां होती?
° *गोल्डन चांस*
° सहज उन्नति, मायाजीत बनते, जितना बढ़ना चाहे बढ़ सकते
° अपनी हिम्मत से बाबा की मदद, आशीर्वाद के रूप में अनुभव होती

10. जैसे आजकल सूर्य की शक्ति जमा करते । यह भी _____ इकट्ठी करो।
° *संकल्प की शक्ति*

11. पहले _____ में नवीनता लाओ तो सेवा में नवीनता वा प्रभाव स्वत: आ जायेगा
° *स्व*

12. मान परछाई के समान पीछे कब आयेगा?
° जब मान की इच्छा छोड़, *स्वमान* में टिक जाओ

13. संगमयुग का हर कर्म _____ में जाने का है।
° *उड़ती कला*

14. जिसको भी देखें तो _____ की अनुभूति हो तब नवयुग आयेगा।
° *परमात्म स्वरूप*

15. *प्रभावशाली सेवा* किसे कहेंगे? (3)
° हम *राजयोगी फरिश्ते* लगे, रूहानियत है तो यहाँ ही है
° यही *परमात्म कार्य* चल रहा, यही परमात्म बच्चे है
° जीवन हो तो ऐसी, हमें भी *अच्छा* बनना है


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