सार
सदा ड्रामा के राज को स्मृति में रख… अन्तर्मुखी हो एक ज्योति-स्वरुप पतित-पावन सुख-सागर मीठे-माशुक बाबा की याद द्वारा श्रीमत-अनुसार दिव्यगुण-सम्पन्न शानदार-रॉयल चलन बनाकर… सबको बाबा का परिचय दे निश्चय बिठाकर ऊँच पद पाए
Answers from Sakar Murli 25-04-2020
1. _____ रहने का पुरुषार्थ करने से स्कॉलरशिप लेने के अधिकारी बन जायेंगे।
° अन्तर्मुखी
2. अन्तर्मुखी हो अपने से बातें करते रहो तो तुमको बहुत _____ हो।
° खुशी
3. *तीव्र पुरूषार्थ* क्या है?
° एक सेकण्ड में व्यर्थ संकल्पों पर फुलस्टॉप लगा देना
4. _____ से लॅव होगा तब ही श्रीमत पर चल सकेंगे।
बच्चों को _____ का चार्ट रखना है।
_____ कम करते हैं तो परिचय भी कम देते हैं।
° याद, याद, याद
5. परम आत्मा है _____ , तो उनके बच्चे भी _____ हैं।
° ज्योति स्वरूप, ज्योति स्वरूप
6. *ड्रामा की कौन-कौन सी पॉइंट* आज की मुरली में बाबा ने सुनाई है?
° यह सेकण्ड बाई सेकण्ड ड्रामा चल रहा है, जूँ मुआफिक, टिक-टिक (रिकार्ड-रोल जैसे)
° हम जो बोलते जाते हैं, टाइम पास होता जाता फिर 5 हज़ार वर्ष बाद रिपीट होगा
° अनादि-अविनाशी ड्रामा
° एक-एक मनुष्य का, एक-एक चीज़ का पार्ट नूँधा हुआ है
7. आपस में _____ की लेन – देन द्वारा सर्व को _____ बनाने वाले _____ भव
° स्नेह, सहयोगी, सफलता-मूर्त
8. *कुदरत* किसे कहेंगे?
° छोटी आत्मा में इतना सारा पार्ट भरा हुआ है!
9..जो बच्चे ज्ञानी तू आत्मा के साथ-साथ योगी नहीं बनते हैं, उनमें _____ का अंश जरूर होगा।
° देह-अभिमान
10. बाप आते ही हैं _____ से जगाने।
° कब्र
11. किन *3 स्थूल कार्यों* को बाबा ने याद किया, *जिसमें भी याद कर सकते?*
° भोजन करते
° स्नान करते
° कपड़ा सिलाई करते