अविनाशी ज्ञान रत्नों से मालामाल बने | Becoming full of Baba’s imperishable jewels of knowledge | Sakar Murli Churnings 25-12-2018

अविनाशी ज्ञान रत्नों का स्टॉक जमा करने की सहज विधि!
हम तीन रीति मुरली सुनते हैं:
- सबसे अच्छा है… मधुबन में बाबा के सम्मुख
- फिर है… सेन्टर पर निमित्त अत्माओं द्वारा
- और last है… खुद पढ़कर
तो बाबा से ज्ञान रत्न लेने है… विचार सागर मंथन कर स्वयं में धारण कर, सबको बाँटते रहना है… योगयुक्त और धारणामूर्त बनकर!
बाबा ने कहा… सृष्टि चक्र का ज्ञान चक्र, झाड़ और विराट रूप द्वारा भी समझा सकते… और उसमे मुख्य समझाना है कि कैसे संगम पर बाप आकार सेकंड में जीवनमुक्ति देते हैं (ज्ञान और योग द्वारा)!
माया से मुक्त रहने की सहज विधि
माया (व्यर्थ संकल्प, पुराने संस्कारों का प्रभाव, चिंता भय, आदि) से मुक्त रहने… बाबा के ज्ञान रत्नों का विचार सागर मंथन करते रहना है, और औरों का श्रेष्ठ जीवन बनाने की सेवा में लगे रहे… इससे माया का प्रभाव हल्का हो जाता, बुद्धि रिफ्रेश हो जाती, और सारी थकावट और मेहनत भी समाप्त हो जाती है!
बाबा को ऎसे ज्ञानी और योगी बच्चे बहुत पसंद है!
सार
तो चलिए आज सारा दिन… ज्ञान रत्नों का विचार सागर मंथन करते बाबा से बुद्धियोग जोड़े रखे… जिससे सहज सर्व प्राप्ति सम्पन्न बन जाएँगे… और सबको अपने ज्ञान, गुण और शक्तियों के खझाने बाँटते रहे, जिससे सर्व का (और हमारा!) कल्याण होता रहे… और हम फिर से विश्व को स्वर्ग बनाने के लिए निमित्त बन जाए!… ओम् शान्ति!