Becoming a great donor | महादानी, वरदानी बनो |Avyakt Murli Churnings 09-12-2018
जब मधुबन वा सेन्टर पर आते हैं
- स्वयं को सम्पन्न, अप्राप्ति से मुक्त अनुभव करना है
- सभी खजानों को अच्छे से धारण करना है
- फिर सारा दिन महादानी, वरदानी बनकर… सब को शक्तियों और प्राप्तियों का दान देते रहना है!… और सर्व के लिए समाधान स्वरूप बनना है
ब्राह्मण जीवन के stages
- बाल…
- समस्याओं में उलझे रहना…. क्यूँकि समस्याएं कमजोर मन की रचना है, और शक्तिहीन बनाती है, बाप को भूलाती है, और पाप भी कराती है
- अभी वह समय पूरा हुआ
- युवा…
- मायाजीत बनने की विधि द्वारा महावीर बनना
- सेवा में चक्रवर्ती बनना, अर्थात चारों ओर सेवा करते रहना
- सर्व के प्रति महादानी, वरदानी बनना
- अनेक प्रकार के अनुभवो को बढ़ाकर महारथी बनना
- अब यह समय भी पूरा होने को आया है
- वानप्रस्थ अवस्था (अर्थात कर्मातीत, फरिश्ता स्थिति)
- सर्व अत्माओं को मुक्ति का वर्सा दिलाना, कर्म-बंधनों से मुक्त करना
- सबको देते रहना… बहुतकल अर्थात अभी से देने का अभ्यास करना है
- तीव्र गति का पुरुषार्थ करना है… उड़ती कला के पुरुषार्थ द्वारा मायाजीत वा निर्बंधन रहना है
- स्वयं और सर्व के लिए समाधान स्वरूप बनना है
- सर्व अत्माओं को मुक्ति का वर्सा दिलाना, कर्म-बंधनों से मुक्त करना
बाबा कहते… सभी आपको इष्ट-देव रूप में याद करते, और आप mood off करते, तो आपके दुखी vibrations (गरम आंसू) सब को पहुंचते हैं… इसलिए हम एक सेकंड भी मायूस नहीं हो सकते… इसलिए ब्रह्मा बाप समान इष्ट-देव रूप emerge करना है, और सबकी पालना करनी है!
अन्य पॉइंट्स
- जैसी स्मृति, वैसी स्थिति और कर्म अपने आप बन जाते हैं… तो आज बाबा ने कई श्रेष्ठ स्मृतियाँ दी:
- में बाप समान श्रेष्ठ आत्मा हूँ
- मैं ब्रह्मा मुख वंशावली सर्वोत्तम ब्राह्मण कुल भूषण आत्मा हूँ
- हम भगवान के बन गए, ऐसा अलौकिक जन्म कल्प में एक ही बार होता है!
- हमने भगवान को अपना बना लिया, अब और क्या चाहिए!
- सदा एक का पाठ पक्के करते रहना है
- शुभ भावनाओं का दान देते रहने से, जादुई परिवर्तन होता है
- मन की हलचल समाप्त हो जाएगी, पुरुषार्थ का आनंद ले सकते हैं
- संगठन की छोटी छोटी बातें, समस्याएं समाप्त हो जाती है
सार
तो चलिए आज सारा दिन… महादानी वरदानी बनकर सर्व को खुशियां बांटते रहे… ओम् शान्ति!