Becoming truly beautiful through a clean God-loving Intellect! | Sakar Murli Churnings 14-04-2020

Becoming truly beautiful through a clean God-loving Intellect! | Sakar Murli Churnings 14-04-2020

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

हम आत्मा (शरीर में विराजमान) का परमात्मा (जो पुराने तन में आए हैं) के साथ कनेक्शन-प्रीत-याद-योग है (देह-देहधारी-वस्तु से परे, भल कितना भी बाहर से टिपटॉप हो)… ऐसी स्वच्छ-ईश्वरीय बुद्धि से ही हसीन-सुन्दर-गोरे-पावन-सतोप्रधान बनते (आयु-हेल्थ-वेल्थ-सुख-जेवर सम्पन्न स्वर्ग के मालिक)… इसलिए इस याद का चार्ट अवश्य रखना है (तब भी प्रगति होगी), सेवा भी करते रहना


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