Becoming victorious through remembrance of the One Most Beloved! | Sakar Murli Churnings 16-04-2020
मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है
सार
जबकि श्री-श्री शिवबाबा आए हैं हमे सतयुगी-पुरूषोत्तम श्री लक्ष्मी-नारायण बनाने (सम्पूर्ण सुखी-निरोगी-21 जन्मों लिए)… तो इस ब्राह्मण-जीवन में अच्छे से अविनाशी-पढ़ाई पढ़, सबकुछ भूल आत्मा समझ एवर-प्योर गुणों के चैतन्य सागर प्राणों के प्यारे बाबा की याद द्वारा स्वच्छ-सुन्दर-सतोप्रधान बन जाए… नशे से बाप-समान सबकुछ सफल कर ऊँच पद पाए (बाकी थोड़ा समय है, अब उस एक की याद द्वारा नाजुक समय में भी विजयी बनना है)
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