Being Happy Always | सदा खुश रहने की सहज विधि | Sakar Murli Churnings 11-01-2019
1. अपार खुशी में रहने के लिए:
- विचार सागर मंथन करते रहना है… कैसे हम छोटी सी आत्मा में 84 जन्मों का पार्ट नुन्धा हुआ है, अब हमारा अन्तिम जन्म है, सद्गति दाता बाप आया है (पुरानी दुनिया, पुराने तन में) हमें नर से नारायण बनाने के लिए!
- योग में रहना है… योग करना ही सबसे बड़ा पुण्य है, जिससे पुण्य आत्मा बन जाएँगे
- याद रखना है कि
- यह कल्याणकारी पुरूषोत्तम संगमयुग चल रहा है
- बाबा हमारा बाप भी है, टीचर है, सतगुरु भी है (सही ठिकाना देते हैं)
2. औरों को खुशी बांटना व सही रास्ता बताना सबसे बड़ी कृपा है… सबको माया से लीबरेट करने की इस सेवा में अपना सहयोग अवश्य देना है… वाचा नहीं तो स्थूल कर्मणा सेवा करनी है… सेन्टर खोल सको तो और ही अच्छा!
सार
तो चलिए आज सारा दिन… खुशियों के सागर को सदा साथ रखते सदा खुशमिज़ाज़ और प्रसन्न रहे… और सबके साथ खुशी बांटते रहे, खुशियों की दुनिया स्वर्ग बनाते रहें… ओम् शान्ति!
आज का विशेष पुरूषार्थ
संकल्प, स्वभाव-संस्कार में डबल लाइट रहकर… चलते फिरते फरिश्ता स्वरूप की अनुभूति करनी है… अशरीरी-पन का अभ्यास करना है