Being light! | Sakar Murli Churnings 03-10-2019
मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है
सार
1. हमें ऊँच-ते-ऊँच विदेही मात-पिता रूद्र-शिवबाबा पढ़ाकर 21 जन्म सुख का वर्सा देते, सतोप्रधान-ब्यूटीफुल-देवता रूप में (तन-मन-प्रकृति सहित)… मुख्य है पवित्र चलन, यही सुख-शान्ति (हल्के-पान) की जननी है, जिसके लिए चाहिए योगबल… हमें सारे चक्र का ज्ञान है
2. हम औरों को भी आप-समान बनाते, पद्मापद्म भाग्यशाली है… सिर्फ माया से बचे रहना है
चिन्तन
जबकि बाबा हमें सर्व दुःखों से हल्का करने आए हैं… तो सदा मन को व्यर्थ-मुक्त ज्ञान-चिन्तन में लगाकर, सदा बाबा से combined रह (बातेँ करते), अतीन्द्रिय सुख-आनंद में जुलते… शक्तिशाली बन, परिस्थितियों से परे रहते-करते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!
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