सदा श्रेष्ठ स्थिति अनुभव करने की सहज विधि | Creating an elevated stage | Sakar Murli Churnings 05-04-2019
1. हम पद्मपद्म भाग्यशाली है, जिनको पढ़ाने स्वयं भगवान् पतित दुनिया में आए हैं… तो अपने को आत्मा समझ एक बाप को याद करने का श्रेष्ठ पुरूषार्थ करना है, तो पावन गौरा विश्व के मालिक बन जाएँगे
2. बाबा खुद गुणवान सर्विसएबुल आज्ञाकारी फूलों को याद कर सर्चलाइट देते… इसके लिए चार्ट रखना, और विचार सागर मंथन जरूर करना है… बाबा को वारिस बनाए उस एक की ही यादों में रह, श्रेष्ठ कर्म वा सेवा का सबूत देना है
3. सेवा में योग का जौहर चाहिए, तब ही सभी बुराइयों को छोड़ सर्व प्राप्ति सम्पन्न बनने की हिम्मत रखेंगे
सार
तो चलिए आज सारा दिन… अपने श्रेष्ठ भाग्य वा प्राप्तियों को स्मृति में रख, सहज पुरूषार्थी बन सदा श्रेष्ठ स्थिति का अनुभव करते, सर्व को शान्ति, प्रेम, खुशी बांटते सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!