The essence of Rajyoga! | Sakar Murli Churnings 05-03-2020
मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है
सार
मुख्य श्रीमत हैं… सवेरे उठकर (वा कर्मयोगी बन), अपने को बिन्दी-स्टॉर-अंगुष्ठे समान आत्मा समझ, उस एक-निराकार पतित-पावन परमात्मा को याद कर पावन-सतोप्रधान बनना (हिसाब-किताब चुक्तू)… जिससे सोने की हर्षितमुख-देवताओं की दुनिया का मलिक बनते (बाकी सब ड्रामा है, थोड़ा समय बाकी है)
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