Finishing all past sins, through the love of One! (God) | Sakar Murli Churnings 03-04-2020
मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है
सार
जबकि 63 जन्मों के पाप हम आत्माओं के सिर पर है, तो एक बाबा से ही दिल लगाकर उस पतित-पावन की अव्यभिचारी याद-योग द्वारा सभी विकर्म विनाश कर पावन बने (झूठ-धोखा-दुःख-सुनी सुनाई बातों से परे, एक बाबा से ही सुनते, ज्ञान-योग की बाते करते)… जिसको सहज करने अच्छे से मुरली पढ़ते-मंथन करते (बाबा ने हमे स्वदर्शन चक्रधारी बना दिया है), सबकी सेवा करते रहें (योग-धारणा-सेवा का चार्ट रखते)… ऊँच पद जरूर पाए
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