Fulfilling the desires of all | सर्व की मनोकामनाएं पूर्ण करने की सहज विधि | Avyakt Murli Churnings 12-05-2019

Fulfilling the desires of all | सर्व की मनोकामनाएं पूर्ण करने की सहज विधि | Avyakt Murli Churnings 12-05-2019

1. हम बाबा की राइट-हैंड भुजाएं सारे विश्व के बड़े है, सबकी स्नेह-शक्ति से सेवा कर, उनका खोया भाग्य फिर से दिलाते हैं… अब ऊँची स्थिति द्वारा मास्टर सूर्य बन सबको वरदान-दुआ की किरणें फैलानी है… इसके लिए खुद मनमनाभव की स्थिति द्वारा इच्छा मात्रम अविद्या बनना है, तब ही औरों को मनोकामनाएं पूर्ण करने वाले कामधेनु बन सकेंगे

2. यदि अपनी इच्छाओं को सेवा की नाम देंगे, तो एक इच्छा पूर्ण होने के बाद दूसरी उत्पन्न होगी, ऎसे मन से उलझते रहेंगे… बाबा मिला, सबकुछ मिला ऎसे तृप्त नहीं बन पाएंगे… और अभी कुछ ही समय में प्रत्यक्ष होगा कि हम ही चैतन्य भण्डार, विश्व के आधार-मूर्त, जहां के नूर, कुल दीपक है… इसलिए अभी से सम्पन्न बनना है, बहुत काल के अभ्यासी

3. सेवा बहुत अच्छी कर रहे है, साथ में हलचल का हल चलाओ की सब समझे यही एक है सच्चा रास्ता दिखाने वाले, भगवान् से मिलाने वाले, बुराइयों से बचाने वाले… यह तब होगा जब भाषण के साथ सबको शान्ति-शक्ति-अतिन्द्रीय सूख-आनंद की अनुभुती कराएं वाणी से परे ले जाएँगेे, जैसे बहता झरना वा साईंस के साधन… स्नेह के साथ शान्ति के सागर की शान्ति-शक्ति का अनुभव कराना है, फिर सब खींचे चले आएँगे… वाह-वाह से आगे बढ़, वारिस बनेंगे… सिर्फ़ सोने मे यह नग एड करना है… सभी plans को सम्पूर्ण दृढ़ता-एकता से साकार में लाना है

4. हम ही सबके लिए इष्ट-पूज्य-पूर्वज है, सिर्फ मेरे-पन से परे जाना है… इसी स्व परिवर्तन से विश्व परिवर्तन होगा… इसी नजर से सबको देखना है, कि यही विश्व की सबसे बुद्धिवान, शक्तिशाली, महान, विशेष आत्माएं है

सार

तो चलिए आज सारा दिन… सदा मनमनाभव की स्थिति द्वारा इच्छा मात्रम अविद्या बन, मास्टर सूर्य बन सबको सुख-शांति-पवित्रता की किरणें फैलाते रहे… सबको श्रेष्ठ अनुभूतियाँ बांटते, बाबा से जुड़ाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


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