Increasing our elevated fortune | भाग्यवान बनने कि सहज विधि | Avyakt Murli Churnings 03-02-2019
1. भगवान का बनना अर्थात भाग्यवान बनना… तो अभी अपने भाग्य को और बढ़ाने, सभी खजानों को जीवन में लाकर उनकी वृद्धि करनी है… ऎसा निरन्तर सेवाधारी अखण्ड महादानी (और इच्छा-मुक्त) बनना है, जो बाबा और सभी हमपर स्नेह-खुशी के पुष्प चढ़ाए
2. महाराष्ट्र में गणपति की पूजा होती, तो ऎसा विघ्न-विनाशक बनना है कि विघ्न दूर से ही नमस्कार करे… U. P. में हरिद्वार था, तो सच्चा पण्डा बनकर सबको हरी का द्वार अर्थात बाप का सत्य परिचय देना, बाप के समीप लाना है… मैसूर मै है चन्दन और बगीचे, तो रूहानी चन्दन बन खुशबु फैलानी है, विश्व को बगीचा बनाना है, शीतल फूल बनकर… डबल विदेशी की विशेषता है न्यारे और प्यारे
3. बाबा बैठे हैं, तो हमको कुछ भी ज्यादा सोचने की आवश्यकता नहीं… सिर्फ योगयुक्त रहना है
4. हम खुशियों की खान के मालिक, सबको बाप का सत्य परिचय देते, तो हमारी जीवन सर्वश्रेष्ठ हीरे-तुल्य है… तो हमारी स्थिति भी ऎसी ऊँची हो, फिर समस्याएं छोटी लगेगी
सार
तो चलिए आज सारा दिन… अपने श्रेष्ठ हीरे-तुल्य भाग्य को स्मृति में रख सदा ऊँची स्थिति में स्थित रह, निरन्तर सेवाधारी बन अपने संकल्प बोल कर्म सम्बन्ध-सम्पर्क द्वारा सबको देते रहें… तो हम विघ्न-विनाशक बन जाएँगे, समस्याएं छोटी हो जाएंगी, और रूहानी खुशबू फैलाते हुए हम सबको भगवान से जुड़ाते रहेंगे, जिससे सहज ही सतयुग बन जाएंंगा… ओम् शान्ति!
It’s really wonderful.