Lifting the Govardhan Mountain! | Sakar Murli Churnings 08-10-2019

Lifting the Govardhan Mountain! | Sakar Murli Churnings 08-10-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. इस कयामत के समय पर… स्वयं सर्व का सद्गति-दाता ज्ञान-सागर बेहद का बाप-सतगुरु शिवबाबा हमें समझाते…

2. अपने को आत्मा समझ पतित-पावन बाबा को याद करने से खुशी-दिव्यगुण बढ़ते, और अंत में महावीर-शक्तिशाली-कर्मातीत बन जाते… इसमे टाइम लगता, इसलिए सच्चाई से अपना चार्ट चेक करते रहना है… योग में ही सच्ची कमाई-कल्याण है, बाकी ज्ञान तो सहज है (चित्रों से भी समझा सकते)

3. सब की सेवा भी करते रहना है, इसमें भी जौहर याद का चाहिए… फिर हम नई दुनिया-सुखधाम-स्वर्ग में आ जाएंगे (वाया शान्तिधाम-निर्वाणधाम), हमें सारे चक्र का ज्ञान है (स्वदर्शन चक्रधारी रहना है)

चिन्तन

तो चलिए आज सारा दिन… सदा गोप-गोपियां समान, बाबा के प्यार में डूबे रह… सर्व प्राप्तियों से सम्पन्न सदा हर्षित बनते-बनाते… अपनी सहयोग की उँगली देकर, साथ मिलकर इस कलियुगी पर्वत को उठाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!


Recent Sakar Murli Churnings

Thanks for reading this article on ‘Lifting the Govardhan Mountain! | Sakar Murli Churnings 08-10-2019’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *