The light of purity! | Sakar Murli Churnings 29-08-2019

The light of purity! | Sakar Murli Churnings 29-08-2019

मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है

सार

1. पवित्र बन घर जाने (वा सद्गति पाने), मामेकम् पतित-पावन बाप को याद करना है… फ़िर पढ़ाई से दिव्यगुण-सम्पन्न (निर्विकारी, अहिंसक) श्रेष्ठ धर्म-कर्म वाले देवता लक्ष्मी-नारायण भी बनना है, नई दुनिया-सुखधाम-स्वर्ग में

2. इस संगम (गीता युग) में स्वयं भगवान् दिव्य-अलौकिक रीति ब्रह्मा-तन में प्रवेश कर इस गॉड-फादरली वर्ल्ड-यूनिवर्सिटी द्बारा हमें पारस-बुद्धि बनाते… तो श्रेष्ठ पुरुषार्थ कर, ऊंच पद जरूर प्राप्त करना है… बाकी सेन्टर-प्रदर्शनी-म्युजियम में समझाना, opinion लिखवाना, आदि सहज है (वह भी अच्छे से करना है)

चिन्तन 

तो चलिए आज सारा दिन… जबकि हमें पवित्रता की सर्वश्रेष्ठ लाइट मिलती, तो सदा अपने को पवित्र-लाइट (आत्मा) समझ परम-पवित्र लाइट (शिवबाबा) को याद कर… पवित्रता-दिव्यगुणों की लाइट से भरपूर-सम्पन्न बन, सबको लाइट देते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति! 


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