Our wonderful remembrance! | Sakar Murli Churnings 19-02-2020
मुरली सदा क्लास में पूरी सुननी चाहिए… अतः इस लेख का सिर्फ यह उद्देश्य है, कि मुरली सहज याद रहे, ताकि सारा दिन उसका अभ्यास-धारण करना सहज हो जाए… लेकिन मुरली पहले क्लास में ही सुननी है
सार
जबकि स्वयं डोक्टर ओफ spiritual knowledge बाबा हमें नई-सतयुगी-दुनिया के वर्से के 21 जन्म अधिकारी बनने की सर्वश्रेष्ठ युक्ति बताते, कि… सिर्फ अपने को अविनाशी-रूहानी आत्मा समझ बिन्दी-स्टार ज्ञान-सुख-शान्ति सागर almighty पतित-पावन बाबा को चलते-फिरते कार्य-व्यवहार करते आशिक-माशुक समान याद करते पावन बन जाए (नेष्ठा-साक्षातकार की आवश्यकता नहीं)… अच्छे से पढ़ते, सबकी सेवा करते, कर्मातीत-पास विद् आनर बनने की ओर आगे बढ़ते रहे
चिन्तन
जबकि हमारी याद इतनी सहज है (लेकिन खिसक भी जाती)… तो बाबा की इस याद की श्रीमत को पूरा regard देने, अपनी दिनचर्या को ही श्रीमत-अनुसार सेट कर, बार-बार बीच-बीच में अपने में ज्ञान-योग का घृत डालते, सहज शान्ति-प्रेम-आनंद से भरपूर सर्व-प्राप्ति-सम्पन्न स्थिति का अनुभव करते-कराते, सतयुग बनाते रहे… ओम् शान्ति!
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