Our wonderful spiritual university! | Sakar Murli Churnings 15-04-2019
1. जबकि सब पतित-पापी-दु:खी बन गए हैं, बाबा सबकी सद्गति कर वापिस ले जाते, तो ऎसे बाबा को तो कितना याद करना चाहिए… जिससे हम नई दुनिया के मालिक देवी-देवता सम्पूर्ण सुखी बन जाते, यही इस wonderful ईश्वरीय विद्यालय का लक्ष्य है!
2. हमें सिर्फ पवित्र-ज्ञानी-योगी सम्पूर्ण अहिंसक बनना है,… अंत के सीन देख सब जागेंगे, हम खुशनसीब है कि पहले से सब ज्ञान समझ अपना भाग्य बना लिया है
सार
जबकि बाबा ने हमें अपनी सर्वश्रेष्ठ ईश्वरीय विश्व विद्यालय में ले लिया है… तो चलिए, इस ज्ञान-योग की पढ़ाई में एसी तीव्र दौडी़ लगाए, कि हम सदा श्रेष्ठ स्थिति के अनुभवी, दिव्यगुण-सम्पन्न बन… औरों को भी बनाते, सतयुग बनाते चले… ओम् शान्ति!